Sri Lanka Serial Blasts: एक आत्‍मघाती हमलावर का ब्रिटेन में किया गया था ब्रेनवॉश

श्रीलंका सीरियल ब्‍लास्‍ट से जुड़े सभी हमलावर मध्‍य वर्ग या उच्‍च वर्ग से जुड़े थे। सभी पढ़े-लिखे थे। आर्थिक रूप से सक्षम थे। उनमें से अधिकतर ने उच्‍च शिक्षा हासिल की।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Wed, 24 Apr 2019 06:37 PM (IST) Updated:Wed, 24 Apr 2019 08:49 PM (IST)
Sri Lanka Serial Blasts: एक आत्‍मघाती हमलावर का ब्रिटेन में किया गया था ब्रेनवॉश
Sri Lanka Serial Blasts: एक आत्‍मघाती हमलावर का ब्रिटेन में किया गया था ब्रेनवॉश

लंदन, जेएनएन। श्रीलंका सीरियल ब्‍लास्‍ट में हमलावरों के बारे में बड़ा खुलासा हुआ है। उनमें से एक आत्‍मघाती हत्‍यारा ब्रि‍टेन और आस्‍ट्रेलिया में पढ़ा-लिखा था। हालांकि उप रक्षा मंत्री रुवान विजयव‌र्द्धने ने आतंकी का नाम नहीं बताया और न ही उस विश्‍वविद्यालय या कॉलेज का नाम बताया, जहां उसने पढ़ाई की। उन्‍होंने कहा कि सभी हमलावर मध्‍य वर्ग या उच्‍च वर्ग से जुड़े थे। सभी पढ़े-लिखे थे। आर्थिक रूप से सक्षम थे। उनमें से अधिकतर ने उच्‍च शिक्षा हासिल की।

उन्‍होंने खुलासा किया कि ब्रिटेन में पढ़ाई करने वाला आतंकी यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के दौरान कट्टरपंथी हो सकता है। श्रीलंका की चर्चों और फाइव स्‍टार होटल में किए गए हमलों में आठ ब्रिटिश नागरिकों की मौत हुई है। आत्‍मघाती हमलों में अब तक 359 लोगों की मौत हो चुकी है। सुरक्षा विशेषज्ञ प्रोफेसर एंथोनी ग्लीस ने हमलावरों का एमआइ 5 से ब्रिटिश लिंक जोड़ा है।

उप रक्षा मंत्री ने खुलासा किया कि हमलों में नौ आत्‍मघाती हमलावर शामिल थे। इनमें से आठ लोगों ने आईएसआईएस के प्रति निष्ठा की कसम खाई थी। उनकी पत्नियों में से एक ने खुद को उड़ा लिया, जब पुलिस ने उसके घर पर छापा मारा था। उन्‍होंने बताया कि आठों की पहचान कर ली गई है। उन्होंने क्रूरता में महारत हासिल करने के लिए दो सुरक्षित घरों का इस्तेमाल किया। रुवान विजयव‌र्द्धने ने बताया कि हमारा मानना है कि आत्‍मघाती हमलावरों में से एक ने श्रीलंका में बसने से पहले ब्रिटेन में पढ़ाई की और बाद में पीजी करने के लिए आस्‍ट्रेलिया चला गया।

यह जानकारी श्रीलंका में अमेरिका के राजदूत अलैना तेप्लेत्ज द्वारा सामने आई है। उन्‍होंने कहा कि अमेरिका का मानना है कि श्रीलंका में आतंकी हमले के लिए बड़े पैमाने पर तैयारी की गई, जबकि बड़े समारोहों और सार्वजनिक स्थानों पर हमलों को लेकर चेतावनी दी गई थी।

पीएम विक्रमसिंघे ने पहले ही चेतावनी दी है कि देश में विस्फोटक से लैस संदिग्ध अभी भी बड़े पैमाने पर हैं, जबकि रुवान विजयव‌र्द्धने ने लोगों से कहा कि वे सतर्क रहें।

उन्‍होंने कहा कि हमारी जांच एजेंसियों द्वारा कई स्‍तरों पर कार्रवाई जारी है। हमने भारी मात्रा में गिरफ्तारी को अंजाम दिया है। देश के भीतर चरमपंथी तत्वों के बारे में हमने काफी मात्रा में जानकारी एकत्र की है कि इन क्रूरताओं में कौन-कौन शामिल था। हम आने वाले दिनों में और गिरफ्तारी करेंगे। आगे आने वाले दो दिनों में स्थिति नियंत्रण में होगी। रुवान विजयव‌र्द्धने ने बताया कि श्रीलंका में अब तक 60 लोगों की गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। उनमें से 39 लोगों से हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। इनमें ज्‍यादातर संदिग्‍धों की हमलावरों से जान-पहचान थी। हालांकि उन्‍होंने उनकी पहचान बताने से इन्‍कार कर दिया है।

श्रीलंका की संसद के नेता लक्ष्मण किरीला ने सुरक्षा अधिकारियों पर हमलों के बारे में जानकारी पर जानबूझकर रोक लगाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि चर्चों, होटलों और राजनेताओं पर संभावित आत्मघाती हमलों की जानकारी चार अप्रैल को भारतीय खुफिया एजेंसी से मिली थी। लेकिन 7 अप्रैल को सिरीसेना की अध्यक्षता में एक सुरक्षा परिषद की बैठक से पहले सूचना को व्यापक रूप से साझा नहीं किया गया था।
 

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