ताजिकिस्तान में रूस का शक्ति प्रदर्शन, पुतिन का वादा- जरूरत पड़ने पर ताजिकिस्तान की मदद करेंगे हम

ताजिकिस्तान स्थित रूसी सैन्य हेलीकॉप्टरों ने मंगलवार को एक प्रशिक्षण अभ्यास के दौरान हवा से जमीन पर मार करने वाली मिसाइलें दागीं। मास्को ने कहा है कि मध्य एशियाई राष्ट्र में उसकी सेना अफगानिस्तान के साथ सीमाओं को सुरक्षित रखने में मदद करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।

By Amit KumarEdited By: Publish:Tue, 06 Jul 2021 10:07 PM (IST) Updated:Tue, 06 Jul 2021 10:07 PM (IST)
ताजिकिस्तान में रूस का शक्ति प्रदर्शन, पुतिन का वादा- जरूरत पड़ने पर ताजिकिस्तान की मदद करेंगे हम
ताजिकिस्तान स्थित रूसी सैन्य हेलीकॉप्टरों ने हवा से जमीन पर मार करने वाली मिसाइलें दागीं।

मॉस्को, रॉयटर्स: ताजिकिस्तान स्थित रूसी सैन्य हेलीकॉप्टरों ने मंगलवार को एक प्रशिक्षण अभ्यास के दौरान हवा से जमीन पर मार करने वाली मिसाइलें दागीं। मास्को ने बयान जारी करते हुए कहा कि, मध्य एशियाई राष्ट्र में उसकी सेना अफगानिस्तान के साथ सीमाओं को सुरक्षित रखने में मदद करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।

ताजिकिस्तान के राष्ट्रपति इमोमाली रखमोन ने सोमवार को अफगानिस्तान के साथ सीमाओं को मजबूत करने के लिए बीस हजार सैनिकों को सीमा पर भेजने का आदेश दिया था, क्योंकि लगभग एक हजार अफगान सैनिक सीमा पार करके ताजिकिस्तान में तालिबान से भाग कर आ गए हैं। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार को राखमोन को आश्वासन दिया कि, मॉस्को जरूरत पड़ने पर पड़ोसी देश अफगानिस्तान से नाटो देशों की सेनाओं के बाहर निकलने के बाद बनी परिस्थितियों से निपटने में मदद करेगा। क्रेमलिन ने एक बयान में कहा कि रूस, ताजिकिस्तान में अपने सबसे बड़े सैन्य ठिकानों में से एक संचालित करता है। जो कि, टैंक, हेलीकॉप्टर, ड्रोन और विमानों से लैस है, जरूरत पड़ने पर सीधे और क्षेत्रीय सुरक्षा ब्लॉक के माध्यम से अफगानिस्तान के साथ सीमा को स्थिर करने में मदद करेगा।

वहीं, रूस के रक्षा मंत्रालय ने अपने एक बयान में कहा कि दो एमआई-24 अटैक हेलीकॉप्टर और दो सैन्य परिवहन हेलीकॉप्टरों ने ताजिकिस्तान में एक प्रशिक्षण अभ्यास में हिस्सा लिया था। इस दौरान 15 से अधिक जमीनी ठिकानों पर बिना गाइड वाली मिसाइलें दागी गई थीं। इस अभ्यास ने कारों के काफिले, दुश्मन के फायरपॉइंट और हथियारों के कैश के साथ अवैध सशस्त्र समूहों पर हमले का अनुकरण किया था। रूस के उप विदेश मंत्री आंद्रेई रुडेंको ने सोमवार को अपने एक बयान में कहा कि, ऐसा लग रहा है, जैसे तालिबान अब अफगान सीमा पर अधिकांश सीमा पर नियंत्रण कर रहा है। वहां स्थिति काफी तनावपूर्ण है, क्योंकि कुछ सूत्रों के अनुसार, ताजिक-अफगान सीमा का 70फीसदी तक अब तालिबान द्वारा नियंत्रित किया जा रहा है।

chat bot
आपका साथी