गिलगिट-बाल्टिस्तान में हुए चुनाव में पीटीआइ ने जीतीं सर्वाधिक सीटें, नहीं मिल पाया पूर्ण बहुमत

भारत के विरोध के बीच गुलाम कश्मीर के गिलगिट-बाल्टिस्तान में हुए विधानसभा चुनाव में इमरान के नेतृत्व वाली पाकिस्तान-तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआइ) ने सर्वाधिक सीटें जीत ली है। हालांकि उनकी पार्टी को बहुमत नहीं मिला है। जानें कैसे बनेगी सरकार।

By Pooja SinghEdited By: Publish:Mon, 16 Nov 2020 02:42 PM (IST) Updated:Mon, 16 Nov 2020 02:42 PM (IST)
गिलगिट-बाल्टिस्तान में हुए चुनाव में पीटीआइ ने जीतीं सर्वाधिक सीटें, नहीं मिल पाया पूर्ण बहुमत
गिलगिट-बाल्टिस्तान में हुए चुनाव में पीटीआइ ने जीतीं सर्वाधिक सीटें

इस्लामाबाद, प्रेट्र। भारत के विरोध के बीच गुलाम कश्मीर के गिलगिट-बाल्टिस्तान में हुए विधानसभा चुनाव में इमरान के नेतृत्व वाली पाकिस्तान-तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआइ) ने सर्वाधिक सीटें जीती हैं। हालांकि उनकी पार्टी को बहुमत नहीं मिला है, लेकिन बड़ी संख्या में निर्दलियों के जीतने से यह माना जा रहा है कि पीटीआइ को सरकार बनाने में दिक्कत नहीं होगी।

बता दें कि वर्ष 2010 में पेश किए गए राजनीतिक सुधार के बाद यह तीसरा विधानसभा चुनाव है। परंपरागत रूप से जो पार्टी इस्लामाबाद में सत्ता में होती है वही पार्टी गिलगिट-बाल्टिस्तान का चुनाव जीतती है। सबसे पहला चुनाव पीपीपी ने जीता था। उसे 15 सीटें मिली थीं। इसके बाद वर्ष 2015 में हुए चुनाव में पीएमएल-एन को बहुमत मिला था। उसे 16 सीटें मिली थीं।वैसे तो चुनाव परिणामों की आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है, लेकिन विभिन्न मीडिया संस्थान द्वारा एकत्र की गई सूचना के तहत पीटीआइ ने आठ सीटें जीती हैं। जियो न्यूज के अनुसार निर्दलियों के खाते में 6 सीटें गई हैं।

पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने 5, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) ने 2, जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम फजल और मजलिस वाहदतुल मुसलमीन ने एक-एक सीट पर जीत दर्ज की है। दुनिया टीवी के मुताबिक पीटीआइ ने नौ सीटें जीती हैं, जबकि सात सीटों पर निर्दलियों ने अपना परचम फहराया है। पीपीपी ने चार, पीएमएल-एन ने दो और एमडब्ल्यूएम ने एक सीट जीती है। विधानसभा में कुल सीटें 24 हैं, लेकिन मतदान सिर्फ 23 सीटों पर हुआ। एक उम्मीदवार की मौत के चलते चुनाव स्थगित कर दिया गया था। चुनाव में चार महिलाओं सहित 330 उम्मीदवारों ने अपना भाग्य आजमाया था।

भारत ने जताया था कड़ा विरोध

भारत ने गिलगिट-बाल्टिस्तान में चुनाव कराने पर कड़ा विरोध दर्ज कराया था। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने पिछले दिनों गिलगिट-बाल्टिस्तान में चुनाव कराने की पाकिस्तान की घोषणा पर कहा था कि सैन्य माध्यम से कब्जा किए गए क्षेत्र की स्थिति में बदलाव करने के किसी कदम का कोई कानूनी आधार नहीं है। उन्होंने कहा था, 'पाकिस्तान को भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप का कोई अधिकार नहीं है। हमारा रुख पूरी तरह स्पष्ट है। संपूर्ण जम्मू-कश्मीर और लद्दाख, भारत का अभिन्न हिस्सा है और हमेशा रहेगा।'

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