दुष्कर्म और बाल शोषण के खिलाफ कानून बनाएगा पाकिस्तान, इमरान सरकार का फैसला

इमरान सरकार ने कहा है कि ऐसी घटनाएं पीड़ितों की जिंदगी को तबाह कर देती हैं और उनके परिवार को भी कष्ट भुगतना पड़ता है।

By Shashank PandeyEdited By: Publish:Fri, 18 Sep 2020 07:31 AM (IST) Updated:Fri, 18 Sep 2020 07:31 AM (IST)
दुष्कर्म और बाल शोषण के खिलाफ कानून बनाएगा पाकिस्तान, इमरान सरकार का फैसला
दुष्कर्म और बाल शोषण के खिलाफ कानून बनाएगा पाकिस्तान, इमरान सरकार का फैसला

इस्लामाबाद, प्रेट्र। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने बताया कि उनकी सरकार जल्द ही यौन अपराधियों के खिलाफ मामला दर्ज करने, दुष्कर्म और बाल शोषण में कड़ी सजा और प्रभावशाली पुलिस व्यवस्था के लिए कानून बनाएगी। वित्तीय कार्रवाई कार्य बल से संबंधित विधेयकों के पारित होने के बाद संसद की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए इमरान ने यह बात कही। डॉन अखबार ने उनके हवाले से लिखा है कि ऐसी घटनाएं पीडि़तों की जिंदगी को तबाह कर देती हैं और उनके परिवार को भी कष्ट भुगतना पड़ता है।

इमरान का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब नौ सितंबर को लाहौर में फ्रांसीसी-पाकिस्तानी महिला के साथ उसके तीन बच्चों के सामने राजमार्ग पर सामूहिक दुष्कर्म की घटना के बाद पूरे देश में आक्रोश है। उस घटना के एक संदिग्ध को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया। उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा कि सामूहिक दुष्कर्म का मुख्य आरोपित हिस्ट्री-शीटर था। वैश्विक आंकड़ों से पता चलता है कि ऐसे अपराधी अपराध दोहराते हैं। इसलिए ऐसे मामलों का आंकड़ा रखना महत्वपूर्ण है। उन्होंने स्वीकार किया कि ऐसी घटनाओं की बहुत कम संख्या की पुलिस में रिपोर्ट दर्ज हो पाती है।

पाकिस्‍तान में विदेशी महिला के साथ दुष्कर्म की घटना के बाद आलोचना झेल रहे प्रधानमंत्री इमरान खान (Pakistan PM Imran Khan) ने बड़ा बयान किया है। उन्होंने आरोपियों को सरेआम फांसी पर लटकाने या इंजेक्शन के माध्यम से नपुंसक (Chemical Castration) बनाने का समर्थन किया है। बता दें कि पाकिस्तान में बच्चों के सामने फ्रांसीसी मूल की महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना के बाद जबरदस्त विरोध प्रदर्शन हो रहा है।

इरान खान ने कहा कि दुष्कर्म के आरोपियों को ऐसी सजा दी जानी चाहिए, जो दूसरों के लिए सबक हो। मेरी राय में उन्हें चौक पर लटका दिया जाना चाहिए या नपुंसक बना देना चाहिए, ताकि उनमें डर पैदा हो और ऐसे अपराध रुकें। उन्होंने कहा कि जिस तरह हत्याओं को फर्स्ट डिग्री, सेकंड डिग्री और थर्ड डिग्री के रूप में बांटा जाता है, दुष्कर्म के मामलों को भी इस तरह से बांटा जाना चाहिए।

chat bot
आपका साथी