FATF से बचने के लिए पाक ने की आतंकियों पर कार्रवाई, 5 गिरफ्तार

FATF ने पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में डाल रखा है। एहतियातन पाकिस्‍तान ने पांच संदिग्धों को हिरासत में लिया गया जो अलकायदा के सदस्य बताए जा रहे हैं।

By Monika MinalEdited By: Publish:Fri, 27 Dec 2019 03:46 PM (IST) Updated:Fri, 27 Dec 2019 05:01 PM (IST)
FATF से बचने के लिए पाक ने की आतंकियों पर कार्रवाई, 5 गिरफ्तार
FATF से बचने के लिए पाक ने की आतंकियों पर कार्रवाई, 5 गिरफ्तार

मुल्‍तान, एपी। पाकिस्‍तानी आतंक निरोधी विभाग (Counter Terrorism Department) ने शुक्रवार को जानकारी दी कि पूर्वी पाकिस्‍तान में छापेमारी के दौरान पांच अल-कायदा (Al Qaeda) आतंकियों को गिरफ्तार कर लिया गया। अधिकारी मोहम्‍मद इमरान के अनुसार, पंजाब प्रांत में देश के टॉप इंटेलीजेंस एजेंसी (Intelligence Agency) और इंटर सर्विसेज इंटेलीजेंस (Inter Services Intelligence) के सहयोग से छापेमारी की गई। 

बता दें कि आतंकी गतिविधियों को मिलने वाले धन की निगरानी करने वाली संस्था FATF ने पाकिस्तान को फरवरी 2020 तक 'ग्रे सूची’ में रखा है। संस्था ने अक्टूबर में चेतावनी दी थी कि यदि पाकिस्तान 27 सूत्री सूची में शेष 22 बिंदुओं पर अनुपालन नहीं करता है तो उसे 'काली सूची' में डाल दिया जाएगा। पाकिस्तान ने छह दिसंबर को 22 सवालों का जवाब देते हुए एफएटीएफ को एक रिपोर्ट सौंपी थी। इसके बाद एफएटीएफ की ओर से पाकिस्तान को 150 सवाल भेजे गए हैं। कुछ स्पष्टीकरण, ताजा जानकारी तथा प्रतिबंधित संगठनों से संबद्ध मदरसों के खिलाफ कार्रवाई के बारे में जानकारी मांगी गई है।

गिरफ्तार किए गए सभी संदिग्‍ध क्षेत्र में सक्रिय अलकायदा गुट के हैं। इनकी गिरफ्तारी गुरुवार देर रात हुई थी। गिरफ्तार लोगों में से एक फर्जी कागजात बनाने में एक्‍सपर्ट है वहीं दूसरा डिजिटल मीडिया और पब्लिकेशन मामले में एक्‍सपर्ट है। इमरान ने बताया कि इस छापेमारी में इलेक्‍ट्रॉनिक हथियार व विस्‍फोटक सामग्री बरामद किए गए। उन्‍होंने बताया कि ये संदिग्‍ध शुरू में कराची के दक्षिणी पोर्ट सिटी में थे और हाल में ही गुजरांवाला चले गए। ये सब अल-कायदा के लिए फंड उगाही का भी काम कर रहे थे।

वर्ष 2011 के अमेरिका के नेवी सील ऑपरेशन में मई माह में एबटाबाद के गैरीसन सिटी में छिपा अल-कायदा का सरगना ओसामा बिन लादेन मारा गया। 

यह भी पढ़ें: 18 साल पहले हुई थी इतिहास की सबसे बड़ी आतंकी घटना, मारे गए थे 3 हजार लोग

यह भी पढ़ें: कमजोर नहीं हुआ है अलकायदा, अभी भी जारी है लश्कर-ए-तैयबा के साथ सहयोग

chat bot
आपका साथी