सार्क सम्मेलन में PoK मंत्री के पहुंचने से भारत ने विरोध में किया वॉक आउट
भारत की ओर से पीओके की सरकार और किसी भी मंत्री को मान्यता नहीं दिए जाने की कूटनीतिक रणनीति है।
इस्लामाबाद, पीटीआइ। पाकिस्तान में भारतीय उच्चायोग के अधिकारी ने पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) के एक मंत्री को बैठक में शामिल होता देख, विरोध स्वरूप वहां से वॉक आउट(बैठक से बाहर निकल गए) कर दिया। रविवार को इस्लामाबाद में भारतीय राजनयिक शुभम सिंह ने सार्क चार्टर बैठक से वॉक आउट किया। इस बैठक में पीओके के मंत्री चौधरी मोहम्मद सईद को वक्ता के रूप में मौका दिया गया था।
भारत ने पाकिस्तान के इस कदम पर कड़ा विरोध जताया और सईद के बोलने से पहले ही बैठक से वॉक आउट कर दिया। पीओके भारत का अभिन्न अंग है। इसे लेकर भारत कभी कोई समझौता स्वीकार नहीं करता है। पीओके को लेकर भारत के इस रुख से एक बार फिर पाकिस्तान को सबक मिल गया। दरअसल, भारत की ओर से पीओके की सरकार और किसी भी मंत्री को मान्यता नहीं दिए जाने की कूटनीतिक रणनीति है।
सिर्फ पाकिस्तान में ही नहीं, भारत अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी पीओके को लेकर अपनी रणनीति साफ कर चुका है। भारत अपनी इस रणनीति के तहत चुने हुए भारतीय जनप्रतिनिधि और सरकारी अधिकारी, कूटनीतिक आदि पीओके के मंत्रियों और अधिकारियों के साथ मंच शेयर नहीं करते हैं। देर शाम तक भी यह स्पष्ट नहीं हो सका कि भारत ने इसके विरोध में इस्लामाबाद को कोई प्रतिक्रिया औपचारिक तौर पर भी दी।
बता दें कि पाकिस्तान के न्योते को अस्वीकार करते हुए भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा है कि भारत सार्क सम्मेलन में शामिल नहीं होगा। सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान को दो-टूक कह दिया कि आतंकवाद और बातचीत साथ-साथ नहीं चल सकती है।