उत्तर कोरिया ने बैलिस्टिक मिसाइलों की मारक क्षमता बढ़ाने के दिए संकेत
उत्तर कोरिया अगर बैलिस्टिक मिसाइलों की मारक क्षमता बढ़ाने में सफल होता है तो अमेरिका और उसके क्षेत्रीय सहयोगी देशों के लिए खतरा बढ़ सकता है क्योंकि पनडुब्बी से दागी जाने वाली ...
सियोल, द न्यूयॉर्क टाइम्स। परमाणु मसले पर अमेरिका के साथ वार्ता में आए गतिरोध के बीच उत्तर कोरिया ने फिर उकसावे वाला काम किया है। उसने एक नई पनडुब्बी का निर्माण कर बैलिस्टिक मिसाइलों की मारक क्षमता बढ़ाने का संकेत दिया है।
उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग उन ने मंगलवार को इस पनडुब्बी का निरीक्षण किया और शीर्ष अधिकारियों को देश की नौसैनिक ताकत बढ़ाने का निर्देश दिया।
उत्तर कोरिया की सरकारी न्यूज एजेंसी केसीएनए के अनुसार, नई पनडुब्बी को जल्द ही देश के पूर्वी क्षेत्र में तैनात किया जाएगा। इसके साथ ही किम की तीन तस्वीरें भी जारी की गई। इसमें वह एक शिपयार्ड का दौरा करते दिख रहे हैं, जहां इस पनडुब्बी का निर्माण किया गया है।
अपने शीर्ष अधिकारियों के साथ पहुंचे किम ने पनडुब्बी की डिजाइन और क्षमताओं के बारे में जानकारी लेकर संतुष्टि जाहिर की। पनडुब्बी के बारे में इसके अलावा कोई विवरण जारी नहीं किया गया है। यह हालांकि पहले से पता था कि उत्तर कोरिया पूर्वी तट सिंपो में एक नई पनडुब्बी का निर्माण कर रहा है।
नई मिसाइल तैयार कर रहा उत्तर कोरिया
उत्तर कोरिया पनडुब्बी से दागी जाने वाली बैलिस्टिक मिसाइल पुकुसांग-1 का पहले ही परीक्षण कर चुका है। विश्लेषकों का कहना है कि नई पनडुब्बी के विशाल आकार को देखकर लगता है कि अब वह पनडुब्बी से दागी जाने वाली नई और ज्यादा शक्तिशाली मिसाइल का विकास कर रहा है।
अमेरिका के लिए बढ़ेगा और खतरा
उत्तर कोरिया अगर बैलिस्टिक मिसाइलों की मारक क्षमता बढ़ाने में सफल होता है तो अमेरिका और उसके क्षेत्रीय सहयोगी देशों के लिए खतरा बढ़ सकता है क्योंकि पनडुब्बी से दागी जाने वाली बैलिस्टिक मिसाइलों का पहले ही पता लगाना बेहद कठिन है। उत्तर कोरिया अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों से अमेरिका तक मार करने की क्षमता पहले ही हासिल कर चुका है।