नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को सीने में दर्द की शिकायत, अस्पताल में कराए गए भर्ती
नेपाल के PM केपी शर्मा ओली (KP Sharma Oli) की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें काठमांडू के शहीद गंगालाल नेशनल हार्ट सेंटर (Sahid Gangalal National Heart Center) ले जाया गया है।
काठमांडू, एएनआइ। नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को सीने में दर्द की शिकायत के बाद बुधवार को काठमांडू के शहीद गंगालाल नेशनल हार्ट सेंटर (Sahid Gangalal National Heart Center) में भर्ती कराया गया। हालांकि उनके प्रेस सलाहकार सूर्या थापा ने ट्वीट किया कि अस्पताल में भर्ती होना उनकी नियमित स्वास्थ्य जांच का एक हिस्सा है। इससे पहले मार्च के अंत में ओली को हृदयगति बढ़ने पर त्रिभुवन यूनिवर्सिटी टीचिंग हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। बाद में कोरोना के खतरे के कारण उन्हें अस्पताल से घर ले आया गया था।
इस साल मार्च में ओली ने अपने गुर्दे का प्रत्यारोपण भी कराया था। नेपाल में हाल के दिनों में ओली पर पद छोड़ने का दबाव बढ़ा है। सत्तारूढ़ नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी के नेताओं ने मंगलवार को उनके इस्तीफे की मांग की थी। पार्टी की स्थायी समिति की बैठक में सह अध्यक्ष पुष्प कमल दहल प्रचंड, माधव नेपाल, झलनाथ खनाल और बामदेव गौतम सहित वरिष्ठ नेताओं ने विभिन्न मुद्दों पर विफलता का हवाला देकर ओली से इस्तीफा देने को कहा था। सूत्रों के अनुसार प्रचंड ने ओली से भारत को नाराज करने पर भी सवाल किया था। इसके बाद ओली ने बुधवार को कैबिनेट बैठक बुलाई थी।
कैबिनेट बैठक के बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। सत्तारूढ़ नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी के सह अध्यक्ष पुष्प कमल दहल प्रचंड का कहना है कि पीएम ओली खुद की कुर्सी बचाने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। ओली अपनी कुर्सी बचाने के लिए नेपाली सेना की मदद ले रहे हैं। प्रचंड ने कहा कि हमने सुना है कि पीएम ओली सत्ता में बने रहने के लिए पाकिस्तानी, अफगानी या बांग्लादेशी मॉडल को अपनाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन ऐसी कोशिशें नेपाल में कामयाब नहीं होंगी...
उधर, नेपाल में कोरोना संक्रमण की रफ्तार भी तेज होती जा रही है। बीते 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 482 नए मामले सामने आए हैं जिसके साथ ही देश में संक्रमितों की कुल संख्या 14,046 हो गई है। कोरोना वायरस नेपाल के सभी 77 जिलों में फैल चुका है और संक्रमण से अब तक 30 लोगों की जान जा चुकी है। हालांकि अब तक कुल 4,656 मरीज इस बीमारी से उबर भी चुके हैं। देश में अब तक 2,32,997 लोगों की पीसीआर जांच की जा चुकी है।