किम जोंग का ट्रंप से वार्ता से इन्कार, कहा- ट्रंप के साथ बेमतलब की बातचीत में रुचि नहीं

ट्रंप और किम जोंग के साथ उत्तर कोरिया पर लगे प्रतिबंधों को हटाने की मांग के चलते वार्ता विफल हुई थी।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Mon, 18 Nov 2019 10:24 PM (IST) Updated:Tue, 19 Nov 2019 01:10 AM (IST)
किम जोंग का ट्रंप से वार्ता से इन्कार, कहा- ट्रंप के साथ बेमतलब की बातचीत में रुचि नहीं
किम जोंग का ट्रंप से वार्ता से इन्कार, कहा- ट्रंप के साथ बेमतलब की बातचीत में रुचि नहीं

सियोल, रायटर। उत्तर कोरिया ने परमाणु निरस्त्रीकरण की संभावनाओं को झटका देते हुए सोमवार को साफ कर दिया कि अब वह अमेरिका से और वार्ता नहीं करेगा। कहा, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ बेमतलब बातचीत में उसके नेता किम जोंग उन की रुचि नहीं है। तीन बार की मुलाकात का कोई नतीजा नहीं निकला है।

यह बात उत्तर कोरिया के वरिष्ठ अधिकारी किम के ग्वान ने कही है। उप विदेश मंत्री रहे ग्वान का बयान उत्तर कोरिया की सरकारी समाचार एजेंसी केसीएनए ने जारी किया है। उत्तर कोरिया की ओर से यह बयान राष्ट्रपति ट्रंप के रविवार को किए उस ट्वीट के जवाब में आया है जिसमें कहा गया था कि उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग जल्द कुछ अच्छा करें।

ट्रंप ने ट्वीट में दिया था किम के साथ जल्द मुलाकात का संकेत

ट्रंप ने ट्वीट में किम जोंग के साथ जल्द मुलाकात का भी संकेत दिया था। ट्रंप की ओर से यह ट्वीट अमेरिका और दक्षिण कोरिया के वार्षिक सैन्य अभ्यास को रद करने के फैसले के बाद आया था। इस सैन्य अभ्यास से उत्तर कोरिया हमेशा भड़कता है।

ट्रंप राष्ट्रपति चुनाव से पहले उत्तर कोरिया की समस्या को खत्म करना चाहते हैं

जाहिर है ट्रंप अगले साल होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले उत्तर कोरिया की समस्या को खत्म करना चाहते हैं। ऐसा कर वह अपनी विदेशी नीति की बड़ी सफलता दर्शा सकते हैं। लेकिन उत्तर कोरिया ने उन्हें झटका दे दिया है। उत्तर कोरिया पहले खुद पर लगे कड़े प्रतिबंधों से राहत चाहता है, इसके बाद परमाणु हथियारों पर वार्ता करना चाहता है। इसी के चलते ट्रंप और किम जोंग की वार्ता तीन बार विफल हुई है।

उत्तर कोरिया को लंबी वार्ता चलाने में कोई रुचि नहीं

ग्वान ने कहा, हमें लंबी वार्ता प्रक्रिया चलाने में कोई रुचि नहीं है, जिसका कोई नतीजा नहीं निकले। अगर हमें कुछ नहीं मिलता, तो हम अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को भी कोई उपहार नहीं दे सकते जिससे वह अपनी उपलब्धि पर गर्व जाहिर कर सकें।

उत्तर कोरिया पर लगे प्रतिबंधों को हटाने की मांग के चलते वार्ता हुई थी विफल

ट्रंप और किम जोंग सबसे पहले जून 2018 में सिंगापुर में मिले थे। इस मुलाकात में ट्रंप ने विश्वास जताया था कि वह उत्तर कोरिया को परमाणु हथियार नष्ट करने और मिसाइल विकास कार्यक्रम रोकने के लिए तैयार कर लेंगे, लेकिन किम जोंग ने पहले अपने देश पर लगे प्रतिबंधों को हटाने की मांग रख दी। इस साल फरवरी में वियतनाम की राजधानी हनोई में भी इसी मांग के चलते दोनों नेताओं की वार्ता विफल हुई।

ट्रंप ने फिर मुलाकात के दिए संकेत तो उत्तर कोरिया ने वार्ता को नकारा

कुछ महीने पहले ट्रंप और किम जोंग दक्षिण कोरिया और उत्तर कोरिया की सीमा पर भी मिले थे, लेकिन तब दोनों ओर से चंद औपचारिक वाक्य बोले गए। अब जबकि ट्रंप ने फिर मुलाकात के संकेत दिए तो उत्तर कोरिया ने वार्ता की संभावना को नकार दिया।

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