थायरायड रोग का भी कारण बन सकता है कोविड-19, जानें इस बारे में
एक नए अध्ययन में पाया गया है कि इस खतरनाक वायरस के चलते सबस्यूट थायरायडिटिज नामक सूजन संबंधी थायरायड रोग का खतरा बढ़ सकता है।
रोम, प्रेट्र। वैश्विक स्तर पर तेज गति से फैल रहे कोरोना वायरस (कोविड-19) से स्वास्थ्य संबंधी दूसरी गंभीर समस्याओं का खतरा भी बढ़ गया है। अब एक नए अध्ययन में पाया गया है कि इस खतरनाक वायरस के चलते सबस्यूट थायरायडिटिज नामक सूजन संबंधी थायरायड रोग का खतरा बढ़ सकता है।
गले में थायरायड ग्रंथि में सूजन
जर्नल ऑफ क्लीनिकल एंडोक्रिनोलॉजी एंड मेटाबोलिज्म में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, सबस्यूट थायरायडिटिज के चलते गले में थायरायड ग्रंथि सूज जाती है। इसके चलते गले में दर्द होता है। यह समस्या आमतौर पर श्वसन तंत्र के ऊपरी हिस्से में संक्रमण से शुरू होती है। शोधकर्ताओं ने कहा कि यह बीमारी वायरल संक्रमण या पोस्ट-वायरल इंफ्लेमेटोरी रिएक्शन के कारण हो सकती है। इस रोग का कई वायरसों से संबंध होता है।
सार्स-कोवी-2 वायरस के कारण श्वसन की गंभीर समस्याएं
उन्होंने कहा कि कोविड-19 का कारण बनने वाला सार्स-कोवी-2 वायरस इस समय महामारी के तौर पर उभरा है। इसके चलते श्वसन की गंभीर समस्याएं खड़ी हो रही हैं। दूसरे अंगों से जुड़ी समस्याओं में भी यह शामिल हो सकता है।
दूसरी समस्याओं को लेकर सचेत रहने की जरूरत
इटली की यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल ऑफ पीसा के शोधकर्ता फ्रांसेस्को लात्रोफा ने कहा, 'हमने सार्स-कोवी-2 वायरस के संक्रमण से सबस्यूट थायरायडिटिज का पहला मामला पाया है। चिकित्सकों को इस वायरस संबंधी दूसरी समस्याओं को लेकर सचेत रहने की जरूरत है।'
हालिया अध्ययनों में यह पाया जा चुका है कि कोरोना वायरस से हार्ट अटैक समेत हृदय संबंधी कई समस्याएं खड़ी हो सकती हैं। ब्लड क्लाटिंग (रक्त का थक्का) का भी खतरा पाया जा चुका है। यह भी पता चल चुका है कि कोरोना की वजह से पोस्ट-ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसार्डर (पीटीएसडी) और डिलीरियम जैसी मानसिक समस्याएं भी खड़ी हो सकती हैं।