शेख हसीना ने हिंदू महिला पर नहीं दी राष्ट्रद्रोह की कार्रवाई की इजाजत, ट्रंप से मुलाकात के बाद बढ़ा था बवाल

सत्तारूढ़ अवामी लीग के महासचिव ओबैदुल कादिर ने कहा कि पीएम शेख हसीना ने साहा के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज करने के कदम को इजाजत नहीं दी है।

By Dhyanendra SinghEdited By: Publish:Sun, 21 Jul 2019 11:03 PM (IST) Updated:Sun, 21 Jul 2019 11:03 PM (IST)
शेख हसीना ने हिंदू महिला पर नहीं दी राष्ट्रद्रोह की कार्रवाई की इजाजत, ट्रंप से मुलाकात के बाद बढ़ा था बवाल
शेख हसीना ने हिंदू महिला पर नहीं दी राष्ट्रद्रोह की कार्रवाई की इजाजत, ट्रंप से मुलाकात के बाद बढ़ा था बवाल

ढाका, प्रेट्र। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने एक हिंदू महिला के खिलाफ देशद्रोह की कानूनी कार्रवाई की इजाजत नहीं दी। हिंदू महिला ने वाशिंगटन में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात के दौरान कहा था कि उनके देश में अल्पसंख्यकों को सताया जाता है। देश के वरिष्ठ मंत्री ने रविवार को यह जानकारी दी।

बांग्लादेश हिंदू, बौद्ध, ईसाई एकता परिषद (HBCUC) की संगठन सचिव प्रिया साहा ने 19 जुलाई को व्हाइट हाउस में एक बैठक में भाग लिया था। ट्रंप के साथ उनकी वीडियो कांफ्रेंसिंग सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी। इसके बाद बांग्लादेश में विवाद हो गया था। इस वीडियो में वह खुद को बांग्लादेशी नागरिक बताती और ट्रंप से यह कहती दिख रही हैं कि बांग्लादेश से अल्पसंख्यक समुदाय के 3.7 करोड़ लोग लापता हो गए हैं।

साहा के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए सड़क परिवहन मंत्री एवं सत्तारूढ़ अवामी लीग के महासचिव ओबैदुल कादिर ने शनिवार को संवाददाताओं से कहा था कि उन्होंने एक गलत और देशद्रोही टिप्पणी की है। उनके खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया जाएगा।

हालांकि, कादिर ने रविवार को कहा कि हसीना ने साहा के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज करने के कदम को इजाजत नहीं दी है।

उन्होंने मीडिया ब्रीफिंग में कहा, 'प्रधानमंत्री ने बीती रात मुझे एक संदेश भेजा (ब्रिटेन से, जहां वह आधिकारिक यात्रा पर हैं) और कहा कि जल्दबाजी में कोई कानूनी कार्रवाई करने की जरूरत नहीं है।' हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि साहा को अवश्य ही सार्वजनिक रूप से एक बयान जारी कर यह स्पष्ट करना चाहिए कि वह ट्रंप से असल में क्या कहना चाहती थीं।

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