ग्वाटेमाला ज्वालामुखी विस्फोट: 200 लापता, 75 की मौत
ग्वाटेमाला में ज्वालामुखी फटने के कारण 75 लोगों की मौत हो गयी और 200 लोग लापता हैं।
एलाटेनांगो (ग्वाटेमाला)। ज्वालामुखी फटने की प्रक्रिया में तेजी के कारण पहले से ही तहस-नहस हो चुके क्षेत्रों को खाली कर सात समुदायों को निकाल लिया गया। एसक्यूंटला सिटी में दहशत से कारण लोग अपनी कारों से सुरक्षित जगहों पर जाने लगे जिसके कारण भारी ट्रैफिक है।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एजेंसी के चीफ सर्गियो काबानस ने बताया, फ्यूएगो ज्वालामुखी विस्फोट के चपेट में आने से 192 लोग लापता हैं।
एएफपी के फोटोग्राफर के अनुसार, आसमान में राख के धुएं का गुबार है। इसलिए लोगों को सुरक्षित स्थानों में पहुंचाया गया है। ग्वाटेमाला के राष्ट्रपति ने तीन दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है। एजेंसी के अनुसार, ज्वालामुखी से निकला लावा बहकर नज़दीक के गांव में पहुंच गया। जिसकी वजह से कई घर और उनमें मौजूद लोग जल गए। ग्वाटेमाला सिटी का एयरपोर्ट इस ज्वालामुखी विस्फोट की वजह से बंद कर दिया गया है। स्थानीय विशेषज्ञों का कहना है कि साल 1974 के बाद से ये सबसे बड़ा ज्वालामुखी विस्फोट है।
अधिकारियों के अनुसार, रविवार को फटे इस ज्वालामुखी के चपेट में 1.7 मिलियन लोग आ गए। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि वे इस घटना में निर्दोषों की मौत से काफी दुखी हैं। उन्होंने आगे कहा कि राहत कार्यों में मदद के लिए यूएन तैयार है।