इदलिब में सीरिया और तुर्की आमने-सामने, ग्रीस ने शरणार्थियों पर दागे गोले, पुतिन और एर्दोगन की वार्ता आज
इदलिब प्रांत में तुर्की और सीरिया की सेनाएं आमने सामने हैं। वहीं ग्रीस के सुरक्षा बलों ने शरणार्थियों पर आंसू गैस के गोले छोड़े हैं। पुतिन और एर्दोगन कल गुरुवार को बातचीत करेंगे..
अंकारा, एपी। तुर्की के आक्रामक रुख से सीरिया का इदलिब प्रांत अब युद्ध के मैदान में तब्दील हो गया है। यहां पर सीरिया की रूस समर्थित सरकारी सेना तुर्की के समर्थन वाले विद्रोही गुटों से भिड़ गई है। तुर्की ने लड़ाई को अपने पक्ष में करने के लिए वहां पर हजारों सैनिक भेजे हैं लेकिन हालात फिलहाल उसके नियंत्रण से बाहर हैं। रूस ने कहा है कि कई स्थानों पर विद्रोहियों को पीछे कर तुर्की की सेना आगे आ गई है और वह सीधे सीरिया की फौज से भिड़ रही है। अशांति के इस माहौल में तुर्की के राष्ट्रपति तैयप एर्दोगन गुरुवार को मॉस्को पहुंचकर राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिलेंगे और टकराव खत्म करने की कोशिश करेंगे।
तुर्की के दो और सैनिक ढेर
तुर्की ने कहा है कि बुधवार को हुए संघर्ष में सीरियाई सेना के हमले में उसके दो और सैनिक मारे गए हैं और छह घायल हुए हैं। तुर्की सीमा से सटे सीरिया के इदलिब प्रांत में पिछले नौ साल से विद्रोहियों की मजबूत पकड़ रही है। इन्हें तुर्की सरकार का समर्थन हासिल है लेकिन सीरिया की सरकारी सेना के हाल के हमलों से विद्रोहियों के पैर उखड़ रहे हैं। तुर्की की सेना भी आगे बढ़ते सीरियाई सैनिकों को नहीं रोक पा रही है।
एर्दोगन बोले, लागू कराएंगे युद्धविराम
मॉस्को रवाना होने से पहले एर्दोगन ने कहा, उनका उद्देश्य सीरिया में युद्धविराम लागू करवाना है। एर्दोगन अगर अपने उद्देश्य में कामयाब हुए तो इदलिब में सीरियाई सेना की कार्रवाई रुक जाएगी। लेकिन गुरुवार की बैठक से पहले रूस ने कहा है कि सीरिया में तुर्की के आक्रामक रुख के चलते तनाव बढ़ा है और हालात बिगड़े हैं। उसने 2018 में हुआ संघर्षविराम तोड़ा है। अब तुर्की के समर्थन वाले विद्रोही सीरियाई और रूसी ठिकानों पर हमला कर रहे हैं। कई स्थानों पर तुर्की के सैनिक विद्रोहियों के मोर्चो पर जाकर इन हमलों को अंजाम दे रहे हैं।
ग्रीस सीमा अशांत, आंसू गैस के गोले छोड़े
तुर्की की ढील की वजह से उसकी सीमा से शरणार्थियों का यूरोपीय देश ग्रीस में दाखिल होना जारी है। बुधवार सुबह शरणार्थियों को रोकने के लिए ग्रीस के सुरक्षा बलों ने आंसू गैस के गोले छोड़े और हल्का बल प्रयोग भी किया। ये शरणार्थी सीरिया और अन्य अशांति मुस्लिम देशों से आए हैं, जो अभी तक तुर्की के शिविरों में रह रहे थे। यूरोपीय देशों ने एक समझौते के तहत इन शरणार्थियों की सुविधाओं के लिए तुर्की को छह अरब यूरो (49 हजार करोड़ रुपये) दिए हैं। लेकिन अब सीरिया पर हमले कर रहा तुर्की यूरोप से आर्थिक और सैन्य सहयोग की मांग कर रहा है। एर्दोगन ने कहा है कि यूरोप को सीरिया में उसका साथ देना चाहिए। सहयोग न मिलने पर वहां 40 लाख शरणार्थियों को भेजने की धमकी दे रहा है। इसी के चलते ग्रीस में शरणार्थियों के पहुंचने का सिलसिला कई दिन से जारी है।