खूनी संघर्ष को खत्म करने के चलते तालिबान से वार्ता की तैयारी में जुटी अफगान सरकार

तालिबान बंदियों की रिहाई को लेकर उभरे मतभेद के चलते वार्ता अभी तक शुरू नहीं हो पाई।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Mon, 22 Jun 2020 07:43 PM (IST) Updated:Mon, 22 Jun 2020 07:43 PM (IST)
खूनी संघर्ष को खत्म करने के चलते तालिबान से वार्ता की तैयारी में जुटी अफगान सरकार
खूनी संघर्ष को खत्म करने के चलते तालिबान से वार्ता की तैयारी में जुटी अफगान सरकार

काबुल, आइएएनएस। अफगानिस्तान की सरकार मुल्क में बीते दो दशक से जारी खूनी संघर्ष को खत्म करने के प्रयास में आतंकी संगठन तालिबान के साथ शांति वार्ता की तैयारी में जुट गई है। वार्ता के लिए गठित की गई टीम ने बातचीत के बिंदुओं को लेकर सांसदों के साथ चर्चा शुरू की है। यह उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही तालिबान के साथ वार्ता शुरू हो सकती है।

वार्ता की जमीन गत फरवरी में अमेरिका और तालिबान के बीच हुए शांति समझौते से तैयार हुई है

टोलो न्यूज ने वार्ता टीम के सदस्य नादर नादेरी के हवाले से कहा, 'सरकारी व्यवस्था और इसके मुख्य स्तंभों मसलन सेना व पुलिस को बनाए रखने के मसलों पर चर्चा की जा रही है।' इस वार्ता की जमीन गत फरवरी में अमेरिका और तालिबान के बीच हुए शांति समझौते से तैयार हुई है।

तालिबान बंदियों की रिहाई को लेकर उभरे मतभेद के चलते वार्ता अभी तक शुरू नहीं हो पाई

समझौते में करीब पांच हजार तालिबान बंदियों को रिहा करने और अफगान सरकार के साथ सीधी वार्ता की भी बात है। हालांकि तालिबान बंदियों की रिहाई को लेकर उभरे मतभेद के चलते वार्ता अभी तक शुरू नहीं हो पाई।

अफगान राष्ट्रपति भवन के प्रवक्ता ने कहा- अब तालिबान को हमारे प्रयासों का जवाब देने का वक्त है

इस बीच अफगान राष्ट्रपति भवन के प्रवक्ता सादिक सिद्दिकी ने कहा, 'हमने अहम कदम उठाए हैं। शांति स्थापित करने और हिंसा रोकने के प्रयास में बड़ी संख्या में तालिबान कैदी रिहा किए गए हैं। अब तालिबान को हमारे प्रयासों का जवाब देने का वक्त है।'

तालिबान ने देश के कई प्रांतों से 14 अफगान सैनिकों एवं पुलिसकर्मियों को रिहा कर दिया है। तालिबान के प्रवक्‍ता सुहैल शाहीन ने सोमवार को कहा कि यह रिहाई अफगानिस्‍तान के कई हिस्‍सो से हुई है। शाहीन ने ट्विटर पर लिखा है काबुल प्रशासन के 14 सैनिकों और पुलिसकर्मियों के दल को लोगार, नंगरहार और नूरिस्तान प्रांतों में इस्लामिक अमीरात की जेलों से रिहा किया गया।

यह रिहाई अफगान सरकार और तालिबान के बीच चल रही कैदी रिहाई प्रक्रिया का हिस्सा है। एक अन्य ट्वीट में शाहीन ने कहा कि तालिबान के राजनीतिक कार्यालय के प्रमुख बरादर अखुंद ने कतर की राजधानी दोहा में संयुक्त राष्ट्र सहायता मिशन के अफगानिस्तान के प्रमुख देबोराह ल्योंस के साथ मुलाकात हुई। दोनों नेताओं ने शेष कैदियों की रिहाई के लिए अंतर अफगान वार्ता पर भी चर्चा की।

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