कोरोना वैक्सीन का दूसरे देशों में भी परीक्षण करेगा चीन, कल आ सकता है परीक्षण के नतीजे

परीक्षण की रिपोर्ट पहली अप्रैल को प्रकाशित की जाएगी। इस वैक्सीन का चीन में रह रहे विदेशियों पर भी परीक्षण किया जाएगा।

By Sanjeev TiwariEdited By: Publish:Tue, 31 Mar 2020 09:21 PM (IST) Updated:Tue, 31 Mar 2020 09:21 PM (IST)
कोरोना वैक्सीन का दूसरे देशों  में भी परीक्षण करेगा चीन, कल आ सकता है परीक्षण के नतीजे
कोरोना वैक्सीन का दूसरे देशों में भी परीक्षण करेगा चीन, कल आ सकता है परीक्षण के नतीजे

बीजिंग, प्रेट्र। कोरोना की रोकथाम के लिए विकसित की जा रही वैक्सीन का अपने यहां सफल और सुरक्षित परीक्षण करने के बाद चीन उसका दूसरे देशों में भी परीक्षण कर सकता है। यह जानकारी चीन के एक शोधकर्ता ने दी।

चाइनीज एकेडमी आफ इंजीनियरिंग की सदस्य चेन वेई ने बताया कि वुहान में 16 मार्च से इस वैक्सीन के पहले चरण के परीक्षण शुरू हो गए हैं। यह परीक्षण आराम से चल रहे हैं। परीक्षण की रिपोर्ट पहली अप्रैल को प्रकाशित की जाएगी। इस वैक्सीन का चीन में रह रहे विदेशियों पर भी परीक्षण किया जाएगा।

उल्लेखनीय है चीन के वुहान शहर से ही कोरोना वायरस की शुरआत हुई थी। करीब 11 लाख की आबादी वाला वुहान शहर हुबेई प्रांत की राजधानी है। दो महीने कोरोना का कहर झेलने के बाद अब इस शहर में हालात सामान्य होने की ओर हैं।

चीन के सरकारी समाचार पत्र चाइना डेली से बातचीत में चेन वेई ने कहा कि परीक्षण के शुरुआती परिणाम अगर मनमाफिक रहे तो हम लोग इसका प्रयोग दुनिया के उन देशों में भी करेंगे जहां इसका कहर बरपा रहा है। चेन वेई एकेडमी आफ मिलिट्री साइसेंज में भी शोध करती हैं।

वैक्सीन के प्रति बहुत से देशों ने दिखाई रुचि

उन्होंने बताया कि इस वैक्सीन के प्रति बहुत से देशों ने रुचि दिखाई है। वैक्सीन विकसित करने के लिए हम और हमारी टीम दूसरे देशों के साथ मिलकर काम करना चाहते हैं। दूसरे देशों में परीक्षण करने से पहले हम लोग चीन में रह रहे विदेशी लोगों के परीक्षण में शमिल करेंगे। कोविड-19 का कहर खत्म करने के लिए वैक्सीन ही सबसे कारगर साबित हो सकती है। इस वैक्सीन के प्रयोग को कब मंजूरी मिलेगी यह तो नहीं पता लेकिन परीक्षण सफल और सुरक्षित रहता है तो यह काम जल्दी हो जाएगा।

उल्लेखनीय है जबसे इस वायरस का प्रकोप फैला है चीन के कई शोध संस्थान इसका इलाज तलाश करने में जुट गये हैं। चाइना डेली के अनुसार वुहान में इस वैक्सीन का 8 से 60 साल उम्र के लोगों पर परीक्षण चल रहा है। कुल 108 लोग स्वेच्छा से इसमें भाग ले रहे हैं।

मानव कोशिका में कोरोना वायरस का प्रवेश रोक सकती नई प्रायोगिक दवा

वहीं समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार  वैज्ञानिकों ने एक ऐसी दवा की खोज कर ली है जो संभवत: मानव कोशिकाओं में कोरोना वायरस कोविड-19 को प्रवेश करने से रोक देगी। अगर यह दवा प्रयोग में सफल रहती है तो कोरोना का इलाज विकसित करने में काफी मदद मिल सकती है।

शोधकर्ताओं के अनुसार, खोजी गई दवा प्रोटीन (पेपटाइड) का एक छोटा अंश है जो मानव कोशिका की सतह पर पाये जाने वाले से मिलता जुलता है। यह प्रोटीन कोरोना वायरस के उस प्रोटीन को बांध देता है जिसके जरिये वायरस कोशिका में प्रवेश करता है।

खोजी गई दवा से बढ़ी उम्मीद

बायोआरएक्सआइवी के ऑनलाइन संस्करण में प्रकाशित इन निष्कर्षो के अनुसार, मैसाचुसेट्स इंस्टीटूयट ऑफ टेक्नालाजी (एमआइटी) के एसोसिएट प्रोफेसर ब्रैड पेंटेल्यूट ने कहा कि हम जैसा कंपाउंड तलाश रहे थे वह मिल गया है। यह वायरल प्रोटीन के साथ वैसा ही व्यवहार कर रहा है जैसी कि हम लोगों ने संभावना जताई थी। इससे उम्मीद बंधी है कि मानव कोशिका में वायरस की घुसपैठ रोकी जा सकती है। शोधकर्ताओं ने इस पेपटाइड के नमूने अन्य शोधकर्ताओं को भेजे हैं जो अपने-अपने यहां उसका मानव कोशिकाओं पर उसका असर देखेंगे।

चीन के एक रिसर्च ग्रुप द्वारा मानव कोशिका (सेल) के रिसेप्टर व कोरोना वायरस के स्पाइक प्रोटीन का क्रायो ईएम स्ट्रक्चर प्रकाशित करने के बाद इस टीम ने मार्च की शुरुआत में इस पर शोध शुरू किया था।

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