अमेरिकी महिला अधिकार कार्यकर्ता सुसान एंथोनी को क्षमादान देंगे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप

अमेरिका में इस साल नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए ट्रंप को भारी चुनौतियों का सामना करना पड़ कर रहा है।

By Dhyanendra SinghEdited By: Publish:Tue, 18 Aug 2020 07:15 PM (IST) Updated:Tue, 18 Aug 2020 11:11 PM (IST)
अमेरिकी महिला अधिकार कार्यकर्ता सुसान एंथोनी को क्षमादान देंगे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप
अमेरिकी महिला अधिकार कार्यकर्ता सुसान एंथोनी को क्षमादान देंगे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप

वाशिंगटन, रायटर। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को कहा कि वह सामाजिक सुधारक और महिला अधिकारों के लिए काम करने वाली कार्यकर्ता सुसान बी. एंथोनी को मरणोपरांत क्षमादान देंगे। सुसान को 1872 में अमेरिकी चुनाव में मतदान करने पर जुर्माना लगाया गया था। उस समय अमेरिका में महिलाओं को वोट देने का अधिकार नहीं था। उन्हें 1920 में मतदान का अधिकार मिला था।

महिलाओं को मतदान का अधिकार देने वाले अमेरिका के 19वें संविधान संशोधन को मंजूरी के 100 साल पूरे होने पर व्हाइट हाउस में आयोजित कार्यक्रम में ट्रंप ने कहा, 'मैं सुसान बी. एंथोनी को पूर्ण क्षमादान पर हस्ताक्षर करूंगा। उन्हें कभी क्षमा नहीं किया गया।'

अमेरिका में इस साल नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए ट्रंप को भारी चुनौतियों का सामना करना पड़ कर रहा है। वह खासकर उपनगरों में रहने वाली महिला मतदाताओं को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं। इससे पहले, सोमवार को उन्होंने संकेत दिया था कि वह जल्द ही एक बहुत ही महत्वपूर्ण व्यक्ति को क्षमादान प्रदान करेंगे, लेकिन यह व्यक्ति ना तो एडवर्ड स्नोडेन होंगे और ना ही पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइकल फ्लिन होंगे।

ट्रंप ने बिडेन को सुस्त कह कर चिढ़ाया था

वहीं दूसरी ओर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति प्रत्याशी जो बिडेन और उपराष्ट्रपति प्रत्याशी कमला हैरिस पर लगातार हमला कर रहे हैं। कुछ दिन पहले ही उन्होंने एक बार फिर तंज कसते हुए कहा था कि मेरे पास हैरिस से ज्यादा भारतीयों का समर्थन है। वर्तमान में कैलिफोर्निया से सीनेटर हैरिस के पिता जमैका से हैं, जबकि मां भारतीय हैं। वहीं, ट्रंप ने बिडेन को सुस्त कह कर चिढ़ाया था।

भारतीयों को लुभाने में जुटे डोनाल्ड ट्रंप

गौरतलब है कि ट्रंप भारतीय-अमेरिकियों, सिखों, मुसलमानों और अन्य दक्षिण एशियाई समुदायों को लुभाने में नए सिरे से जुटे हुए हैं। इसके लिए चार नए संगठन बनाए गए हैं। लगातार दूसरी बार राष्ट्रपति बनने की कोशिश में जुटे ट्रंप को 77 साल के बिडेन कड़ी चुनौती दे रहे हैं।

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