उच्‍च रक्‍तचाप के खतरे से बचने के लिए अपनाएं स्‍टीम बाथ

पूर्व के शोध से यह जाहिर हो चुका है कि नियमित रूप से सॉना बाथ करने से हृदय संबंधी दिक्कतों से असमय मौत के खतरे को रोका जा सकता है।

By Monika MinalEdited By: Publish:Mon, 02 Oct 2017 01:42 PM (IST) Updated:Mon, 02 Oct 2017 01:42 PM (IST)
उच्‍च रक्‍तचाप के खतरे से बचने के लिए अपनाएं स्‍टीम बाथ
उच्‍च रक्‍तचाप के खतरे से बचने के लिए अपनाएं स्‍टीम बाथ

शिकागो (आइएएनएस)। हाई ब्लड प्रेशर (बीपी) के रोकथाम में सॉना या स्टीम बाथ मददगार हो सकता है। नए शोध का दावा है कि हफ्ते में चार से सात बार सॉना बाथ के जरिए उच्‍च रक्‍तचाप के खतरे को 50 फीसद तक कम किया जा सकता है। सॉना बाथ एक छोटे कमरे में किया जाता है। इसमें भाप और गर्मी से शरीर से पसीना निकलता है।

पूर्व के शोध से यह जाहिर हो चुका है कि नियमित रूप से सॉना बाथ करने से हृदय संबंधी दिक्कतों से असमय मौत के खतरे को रोका जा सकता है। ईस्टर्न फिनलैंड यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के अनुसार, बीपी का बढ़ना हृदय रोग के खतरे की बड़ी निशानी मानी जाती है।

शोध में पाया गया कि जिन प्रतिभागियों ने हफ्ते में दो से तीन बार नियमित रूप से सॉना बाथ किया, उनमें उच्च रक्तचाप के खतरे में 24 फीसद तक की कमी पाई गई। वहीं सप्ताह में चार से सात बार सॉना बाथ करने वालों में इसका जोखिम 46 फीसद तक कम पाया गया।

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