रूस और उत्तर कोरिया समर्थित हैकरों के निशाने पर वैक्सीन उत्पादक कंपनियां, कई देशों से डाटा चुराने की कोशिश

रूस और उत्तर कोरिया सरकार समर्थित हैकरों ने कोरोना वैक्सीन बनाने में जुटीं कंपनियों के डाटा चुराने की कोशिश की है। माइक्रोसॉफ्ट ने कहा है कि हैकरों ने भारत कनाडा फ्रांस दक्षिण कोरिया और अमेरिका में दवा कंपनियों को निशाना बनाया है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Sat, 14 Nov 2020 06:02 AM (IST) Updated:Sat, 14 Nov 2020 06:02 AM (IST)
रूस और उत्तर कोरिया समर्थित हैकरों के निशाने पर वैक्सीन उत्पादक कंपनियां, कई देशों से डाटा चुराने की कोशिश
रूस और उत्तर कोरियाई हैकरों ने कोरोना वैक्सीन विकसित कर रही कंपनियों के डाटा चुराने की कोशिश की है।

बोस्टन, एपी। माइक्रोसॉफ्ट ने कहा है कि रूस और उत्तर कोरिया सरकार समर्थित हैकरों ने हाल के महीनों में कोरोना वैक्सीन विकसित कर रही कंपनियों के डाटा चुराने की कोशिश की है। हालांकि, कंपनी ने यह नहीं है कि क्या हैकर डाटा चुराने में सफल रहे या उनका हमला कितना गंभीर था। शुक्रवार को पोस्ट ब्लॉग में माइक्रोसॉफ्ट ने कहा कि भारत, कनाडा, फ्रांस, दक्षिण कोरिया और अमेरिका में दवा और वैक्सीन तैयार कर रही कंपनियों को हैकरों ने बार-बार निशाना बनाया।

अमेरिका ने चीन पर लगाए थे आरोप

गौरतलब है कि अमेरिका ने जुलाई महीने में ही कहा था कि चीन समर्थित हैकरों ने उसके यहां कोरोना वैक्सीन विकसित कर रही कंपनियों को निशाना बनाया था। माइक्रोसॉफ्ट ने सरकार समर्थित हैकर समूह की पहचान फैंसी बीयर के रूप में की है, जो रूसी सेना की एजेंट है। ब्रिटेन ने भी जुलाई में फैंसी बीयर पर उसके यहां इस तरह के हमले करने का आरोप लगाया था।

माइक्रोसॉफ्ट ने की हैकर समूहों की पहचान

इसके अलावा उत्तर कोरिया के दो हैकर समूहों लजारस ग्रुप और सेरियम ग्रुप की पहचान भी माइक्रोसॉफ्ट ने हैकर समूह के रूप में की है। हैकरों ने वैक्सीन उत्पादक कंपनियों से जुड़े लोगों के मेल में सेंध लगाने की कोशिश की। किसी ने नौकरी देने वालों का चोला पहनकर तो किसी ने विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रतिनिधि के तौर पर कंपनियों और उनसे जुड़े लोगों को निशाना बनाने का प्रयास किया।

इजरायल का फाइजर के साथ करार

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शुक्रवार को कहा कि उनके देश ने कोरोना वैक्सीन की 80 लाख खुराक की खरीद के लिए अमेरिकी दवा कंपनी फाइजर के साथ एक करार पर हस्ताक्षर किया। देश की आधी आबादी के लिए इतनी खुराक पर्याप्त होगी। हालांकि, अभी इस करार को अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन और इजरायल के स्वास्थ्य मंत्रालय से मंजूरी मिलनी बाकी है। इजरायल के स्वास्थ्य मंत्री यूली एडलेस्टीन ने कहा कि वैक्सीन की आपूर्ति अगले साल जनवरी से शुरू होगी। 

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