क्यों ट्रंप के दावे को चीन ने नकारा, कहा- हम अब भी फ्रीज फॉर फ्रीज प्लान के साथ

एशिया के पांच देशों के दौरे में चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग से भी ट्रंप की मुलाकात हुई थी। ट्रंप ने बुधवार को कहा कि बीजिंग ने अपना पुराना प्लान बदल लिया है।

By Rajesh KumarEdited By: Publish:Thu, 16 Nov 2017 08:40 PM (IST) Updated:Thu, 16 Nov 2017 08:53 PM (IST)
क्यों ट्रंप के दावे को चीन ने नकारा, कहा- हम अब भी फ्रीज फॉर फ्रीज प्लान के साथ
क्यों ट्रंप के दावे को चीन ने नकारा, कहा- हम अब भी फ्रीज फॉर फ्रीज प्लान के साथ

नई दिल्ली, [स्पेशल डेस्क]। चीन ने गुरुवार को उस दावे को खारिज कर दिया है जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि नॉर्थ कोरिया के परमाणु संकट से निपटने के लिए बीजिंग ने अपना प्रस्ताव छोड़ दिया है। बीजिंग लंबे समय से ''ड्यूएल ट्रैक एप्रोच'' का पैरोकार रहा है। इसका मतलब ये हुआ कि चीन चाहता है कि अमेरिका क्षेत्र में सैन्य अभ्यास बंद करे और दूसरी तरफ नॉर्थ कोरिया भी अपने हथियार कार्यक्रमों को बंद कर देगा।

ट्रंप के दावे को चीनी राष्ट्रपति ने नकारा

एशिया के पांच देशों के दौरे में चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग से भी ट्रंप की मुलाकात हुई थी। ट्रंप ने बुधवार को कहा कि बीजिंग ने अपना पुराना प्लान बदल लिया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति शी चिनफिंग यह मानते हैं कि नॉर्थ कोरिया का परमाणु कार्यक्रम चीन के लिए बड़ा ख़तरा है। उन्होंने आगे कहा कि यही वजह है कि हम फ्रीज फॉर फ्रीज समझौते को स्वीकार नहीं करेंगे जो पीछे लगातार असफल रहा।

चीन से अमेरिका को मिला झटका

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने बताया कि नॉर्थ कोरिया के परमाणु कार्यक्रम पर चीन का रुख बिल्कुल साफ और स्पष्ट है। जब ट्रंप की टिप्पणी के बारे में संवाददाता सम्मेलन के दौरान उनसे पूछा गया तो गेंग शुआंग ने बताया- मौजूदा परिदृश्य में हम ऐसा मानते हैं कि रोक के बदले रोक सबसे ज्यादा वास्तविक, सुसंगत, न्यायपूर्ण और तर्कसंगत योजना है।

गेंग शुआंग ने कहा कि इससे ना सिर्फ मौजूदा तनाव को कम करने में मदद मिलेगी बल्कि सभी पक्षों को सुरक्षा को लेकर चिंता का समाधान भी होगा और गतिरोध तोड़ने के साथ ही शांतिपूर्वक बातचीत शुरुआत करने का एक अवसर भी पैदा होगा। उन्होंने आगे कहा कि हम ऐसी उम्मीद करते हैं कि सभी संबंधित पक्ष चीन के इस पक्ष पर अपना साकारात्मक सहयोग देंगे। क्योंकि सैन्य प्रयोग ही सिर्फ किसी समस्या का एकमात्र समाधान नहीं है।

ट्रंप ने कहा- दुनिया को बंधक नहीं बनाने देंगे

गौरतलब है कि इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि वह नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग-उन को परमाणु हथियारों का डर दिखाकर दुनिया को ब्लैकमेल नहीं करने देंगे। उन्होंने नॉर्थ कोरिया के परमाणु हथियारों को नष्ट करने के लिए वैश्विक अभियान शुरू करने की बात कही, जिससे किम जोंग-उन पर अधिकतम दबाव बनाया जा सके। 12 दिवसीय अपनी पहली एशिया यात्रा के बाद स्वदेश लौटे अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने टीवी पर राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि नॉर्थ कोरिया उनकी प्राथमिकता सूची में टॉप पर है। ट्रंप ने कहा कि हम नॉर्थ कोरिया को 'न्यूक्लियर ब्लैकमेल' कर दुनिया को बंधक बनाने की इजाजत नहीं देंगे।
 

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