कैपिटल हिंसा की भारतवंशियों ने की निंदा, ट्रंप समर्थकों के कृत्य को अमेरिकी लोकतंत्र पर हमला करार दिया

सिख अमेरिकन लीगल डिफेंस एंड एजुकेशन फंड ने एक बयान में संसद पर हमले की तीखी आलोचना की और कहा कि लोकतांत्रिक प्रदर्शन में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है। हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन ने एक बयान में कहा कि यह अमेरिका और लोकतंत्र के लिए एक दुखद दिन बताया।

By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Publish:Fri, 08 Jan 2021 07:03 PM (IST) Updated:Fri, 08 Jan 2021 07:03 PM (IST)
कैपिटल हिंसा की भारतवंशियों ने की निंदा, ट्रंप समर्थकों के कृत्य को अमेरिकी लोकतंत्र पर हमला करार दिया
ट्रंप समर्थकों ने कैपिटल बिल्डिंग में चढ़ कर हिंसा की थी

वाशिंगटन, एजेंसियां। अमेरिका में भारतवंशियों के समूहों ने कैपिटल हिंसा की कड़े शब्दों में निंदा की और ट्रंप समर्थकों के इस कृत्य को अमेरिकी लोकतंत्र पर हमला करार दिया है। बाइडन की राष्ट्रीय वित्त समिति के सदस्य अजय भूटोरिया ने कहा, 'अमेरिकी कैपिटल पर हिंसात्मक हमला व्यथित करने वाला है। ट्रंप के उकसावे पर हुआ यह राजद्रोह हमारे देश और हर अमेरिकी के अधिकारों के लिए खतरा है।'

सिख अमेरिकन लीगल डिफेंस एंड एजुकेशन फंड ने एक बयान में संसद पर हमले की तीखी आलोचना की और कहा कि लोकतांत्रिक प्रदर्शन में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है। जबकि हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन ने एक बयान में कहा कि यह अमेरिका और लोकतंत्र के लिए एक दुखद दिन था।

ट्रंप समर्थकों के बीच दिखा था भारतीय झंडा भी

अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन स्थित कैपिटल यानी संसद परिसर पर ट्रंप समर्थकों के हमले के दौरान भारतीय तिरंगा भी देखा गया था। इसकी तस्वीर इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुई थी। ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी के कार्यकर्ता और भारतीय मूल के विंसेंट जेवियर तिरंगा लेकर पहुंचे थे। मूल रूप से केरल के रहने वाले विंसेंट ने तिरंगे के साथ ही प्रदर्शन के दौरान दिखाई दिए दक्षिण कोरिया और ईरान के झंडों की तस्वीरें भी इंटरनेट मीडिया पर डाली थीं।

भारतीय झंडा लेकर पहुंचने पर विंसेंट की इंटरनेट मीडिया पर आलोचना हुई है। एक व्यक्ति ने फेसबुक पर लिखा, 'आपको प्रदर्शन करने का अधिकार है, लेकिन उस विरोध प्रदर्शन में भारत का झंडा ले जाने का अधिकार नहीं है, जो बाद में हिंसक हो गया।'

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