जन्म के आधार पर नागरिकता का अधिकार खत्म करेंगे ट्रंप, जानिये क्या होगा असर
यूएस में जन्मा ऐसा बच्चा जिसके माता पिता अनधिकृत अप्रवासी हों तो उन्हें राइट टू सिटीजनशिप का अधिकार से वंचित होना पड़ेगा।
वाशिंगटन, एपी। वीजा और आव्रजन पर सख्त रवैया अपनाने वाले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अब जन्म के आधार पर नागरिकता मामले को भी निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा कि वह यह आदेश देना चाहते हैं कि अमेरिका में गैर-नागरिकों और शरणार्थियों के बच्चों के लिए जन्म के आधार पर नागरिकता का अधिकार खत्म कर दिया जाए। वह अमेरिका में अगले हफ्ते होने वाले मध्यावधि चुनाव प्रचार के दौरान कई बार आव्रजन और शरणार्थियों के मुद्दे पर कड़ा बयान दे चुके हैं।
अमेरिकी टीवी चैनल एचबीओ के एक कार्यक्रम में ट्रंप ने कहा कि वह अपनी सख्त आव्रजन नीतियों पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, 'मेरे कहने का मतलब है कि मैं एक कार्यकारी आदेश पारित कर यह लागू कर सकता हूं। ह्वाइट हाउस के वकील मेरे इस प्रस्ताव की समीक्षा कर रहे हैं।'
ट्रंप ने हालांकि साफ नहीं किया कि कितनी जल्द वह इस पर कार्रवाई करेंगे। ट्रंप का मानना है कि शरणार्थी मसले को केंद्र में लाकर वह अपनी सत्तारूढ़ रिपब्लिकन पार्टी के समर्थकों को उत्साहित करने में सफल होंगे। इससे रिपब्लिकन को संसद में बहुमत बनाने में मदद मिल सकती है। लेकिन केवल कार्यकारी आदेश पारित कर अमेरिका में जन्म के आधार पर नागरिकता का अधिकार खत्म करना ट्रंप के लिए आसान नहीं है। इसके लिए उन्हें कोर्ट में लंबी लड़ाई भी लड़नी पड़ सकती है।
क्या है अमेरिकी कानूनी
अमेरिकी संविधान के 14वें संशोधन के तहत अमेरिका में जन्म लेने के बाद बच्चे को स्वत: ही अमेरिका की नागरिकता मिल जाती है।
एच-1बी वीजा में बड़े बदलाव की तैयारी
ट्रंप प्रशासन ने हाल ही में कहा था कि वह भारतीय पेशेवरों में लोकप्रिय एच-1बी वीजा में बड़े बदलाव की तैयारी कर रहा है। इससे अमेरिका स्थित भारतीय आइटी कंपनियों पर सबसे ज्यादा प्रतिकूल असर पड़ेगा।
एच-4 वीजा के नियम भी बदलेंगे
ट्रंप प्रशासन एच-4 वीजा के नियमों में भी बदलाव की तैयारी कर रहा है। यह वीजा एच-1बी धारकों के जीवन साथियों को जारी किया जाता है। यह एक तरह का वर्क परमिट है। इस बदलाव से भी सबसे ज्यादा भारतीय पेशेवर ही प्रभावित होंगे।
बदल चुके हैं आव्रजन नीति
ट्रंप ने इस साल सख्त आव्रजन नीति लागू किया था। इस नीति के तहत गत मई से जून के दौरान मेक्सिको सीमा से अमेरिका में अवैध रूप से प्रवेश करने वाले परिवारों से करीब दो हजार बच्चों को अलग कर दिया गया था। इस कदम की तीखी आलोचना होने के बाद ट्रंप ने इस नीति में बदलाव किया था।