कोरोना वायरस फैलने के बाद चीन के वुहान से गायब हो गई थी बैट वूमन, अमेरिका में ले ली थी शरण

शी झेंगली की चमगादड़ों और वायरस पर शोध में जो दिलचस्पी है उसके चलते उनके सहकर्मी उन्हें ‘बैट वूमन’ के नाम से पुकारते हैं। लेकिन इन दिनों वह लापता हैं।

By Vinay TiwariEdited By: Publish:Sun, 03 May 2020 12:56 PM (IST) Updated:Sun, 03 May 2020 12:56 PM (IST)
कोरोना वायरस फैलने के बाद चीन के वुहान से गायब हो गई थी बैट वूमन, अमेरिका में ले ली थी शरण
कोरोना वायरस फैलने के बाद चीन के वुहान से गायब हो गई थी बैट वूमन, अमेरिका में ले ली थी शरण

बीजिंग, प्रेट्र। वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (डब्ल्यूआइवी) की शीर्ष चीनी विशेषज्ञ शी झेंगली के संदिग्ध परिस्थितियों में गायब होने और उनके पश्चिमी देशों से जा मिलने की चर्चाओं का शनिवार को उन्होंने खुद खंडन किया। चीनी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म वीचैट पर आकर उन्होंने इस तरह की चर्चाओं को बेबुनियाद बताया। लेकिन यह नहीं बताया कि वह कहां पर हैं ? शी झेंगली की चमगादड़ों और वायरस पर शोध में जो दिलचस्पी है उसके चलते उनके सहकर्मी उन्हें ‘बैट वूमन’ के नाम से पुकारते हैं। लेकिन इन दिनों वह लापता हैं।

वीचैट पर उनके पश्चिमी देशों के साथ मिल जाने की चर्चा थी। शनिवार को वह अपने वीचैट अकाउंट पर आईं और पश्चिमी देशों के प्रभाव में आने की अफवाहों को खारिज किया। लिखा- मित्रों, मेरे और मेरे परिवार के साथ सब कुछ ठीक है। लिखा है कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया।

हम विज्ञान में मजबूती से विश्वास करने वाले लोग हैं। निश्चित रूप से बादल हटेंगे-सूरज निकलेगा-हम निकला हुआ दिन देखेंगे। उन्होंने अपनी दिनचर्या से जुड़े नौ फोटो भी पोस्ट किए हैं। हाल के दिनों में शी के लिए मुश्किल भरा समय था। जब खासतौर से वैश्विक सोशल मीडिया में खबरें चल रही थीं कि शी चेंगली ने वुहान वायरोलॉजी इंस्टीट्यूट से जुड़ा सच उजागर कर दिया है।

उन्होंने चीन का साथ छोड़ते हुए पेरिस स्थित अमेरिकी दूतावास में शरण ले ली है और वहां कोरोना वायरस से जुड़ी सारी बातें बता दी हैं। इन खबरों को तब और ताकत मिली जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और विश्व के अन्य नेताओं ने आरोप लगाया कि कोरोना वायरस डब्ल्यूवीआइ से ही पूरी दुनिया में फैला है।

शी के लापता होने की चर्चा तब दिसंबर 2019 से ही चर्चा में है, जब कोरोना वायरस वुहान में सक्रिय होकर चीन और उसके बाद दुनिया में फैला। कुछ मीडिया रिपोर्टों में यह भी कहा गया कि दो जनवरी को जब शी ने कोरोना वायरस का जीनोम सीक्वेंस तैयार किया तो उसके बाद ही चीन सरकार ने उन्हें लोगों की नजरों से हटा दिया। यह उनका मुंह बंद करने का एक तरीका था।  

chat bot
आपका साथी