बच के रहना रे बाबा- आपके घर में रखे खिलौने और रोबोट कर रहे हैं आपकी जासूसी

बाजार में मौजूद दो तिहाई खिलौने और रोबोट जो इंटरनेट या स्‍मार्टफोन ऐप से जुड़ते हैं, आपकी गोपनीय बातों को तीसरी पार्टी के साथ साझा कर सकते हैं।

By Ramesh MishraEdited By: Publish:Tue, 25 Dec 2018 11:44 AM (IST) Updated:Tue, 25 Dec 2018 01:34 PM (IST)
बच के रहना रे बाबा- आपके घर में रखे खिलौने और रोबोट कर रहे हैं आपकी जासूसी
बच के रहना रे बाबा- आपके घर में रखे खिलौने और रोबोट कर रहे हैं आपकी जासूसी

वाशिंगटन [ एजेंसी ]। क्‍या आपके घर में रखे खिलौने और रोबोट आपकी जासूसी कर सकते हैं। यह बात कहने और सुनने में जरूर अटपटी लग सकती है, लेकिन ये सच है। बाजार में मौजूद स्मार्ट स्पीकर से युक्‍त दो तिहाई खिलौने और रोबोट जो इंटरनेट या स्‍मार्टफोन ऐप से जुड़ते हैं, आपकी गोपनीय बातों को तीसरी पार्टी के साथ साझा कर सकते हैं। अमेरिका में इस सप्‍ताह कई विज्ञापन फर्मों ने तीसरे पक्षों के साथ बच्‍चों के डेटा को साझा किया है। स्मार्ट स्पीकर

टेडी बियर और पार्कर अपने उपयोगकर्ताओं की सोशल मीडिया पर साझा की गई जानकारियों और गतिविधियों को एकत्र करते हैं। इसके जरिए वह अपने उपयोगकताओं के विहैवियर का अध्‍ययन करते हैं। इसकी गोपनीयता की नीति डेटा गोपनी‍यता की गारंटी नहीं देता है। दरअसल, किसी डिवाइस या ब्लूटूथ जैसे उपकरण के जरिए स्‍मार्टफोन को नियंत्रित किया जा सकता है। यह किसी भी व्‍यक्ति द्वारा एक्‍सेस किया जा सकता है, जिसके पास वह डिवाइस है। यदि डिवाइस में कैमरा है, तो इसका उपयोग उन्हें देखने के लिए किया जा सकता है।

अमेज़ॅन इको ने सुलझाई हत्‍या की गुत्‍थी

अमेरिका के न्‍यू हैम्‍पशायर में हुई क्रिस्टीन सुलिवन की हत्या की गुत्‍थी एक साल तक पुलिस सुलझाने में नाकाम रही। यह हत्‍या न्‍यू हैम्‍पशायर में उसकी दोस्‍त जेना पेलेग्रिनी के घर पर हुई थी। दरअसल, पुलिस को इस दोहरे हत्‍याकांड का कोई चश्‍मदीद गवाह नहीं मिल रहा था। इसके चलते हत्‍या की जांच आगे नहीं बढ़ पा रही थी। तभी जांच में जुटी पुलिस की नजर रसोई में रखे अमेज़ॅन इको पर गई। पुलिस ने उसके स्‍वाउंड बाक्‍स के जरिए उस वक्‍त घर के अंदर हुए संवाद का आडियो निकालने में सफल रही। अमेज़ॅन इको ने पुलिस की जांच को आसान कर दिया। टिमोथी वेरिल को इस मामले का मुख्‍य अभियुक्‍त बनाया गया। पुलिस ने इस अमेज़ॅन इको को अदालत के समक्ष रखा।

पिछले महीने सुलिवन हत्‍या की सुनवाई कर रही अदालत ने अमेज़ॅन को वॉयस रिकॉर्डिंग को चालू कराने का ओदश दिया। अभियोजकों को अब उम्मीद है कि वे वेरिल के अपराध को साबित करने में सक्षम हो सकेंगे, जो अपनी बेगुनाही के साक्ष्‍य देता रहा है। इस केस के नतीजे चाहे जाे भी हो, लेकिन इससे एक बात समाने आई है कि हमारे दैनिक उपयोग में आने वाली तकनीक या गैजेट भी निगरानी का उपकरण बन सकते हैं।

एफबीआई ने अमेरिकी माता-पिता को दी चेतावनी

पिछले साल स्मार्ट टॉय प्रोवाइडरों के सर्वर पर बच्चों और उनके माता-पिता द्वारा छोड़े गए बीस लाख से अधिक निजी संदेशों को मिलने के बाद यहां की एफबीआइ ने अमेरिकी माता-पिता को चेतावनी जारी की थी कि वे किसी भी खिलौने को खरीदने से पहले उसकी बारीकी से जांच कर लें। एफबीआइ का कहना था कि खिलौने के सॉफ्टवेयर में इंटरनेट कनेक्शन शामिल है या नहीं। यह खबर उन लोगों को सचेत करने वाली हो सकती है जो होम असिस्टेंट के लिए स्‍मार्ट उपकरणों को इस्‍तेमाल करते हैं।

वर्तमान में एप्पल के उपयोगकर्ता अपने होमपॉड के माध्यम से आइफोन कॉल कर सकते हैं और जवाब भी दे सकते हैं, जबकि गूगल होम डिवाइस यूके लैंडलाइन या मोबाइल पर मुफ्त कॉल कर सकते हैं। फेसबुक के पोर्टल उपकरणों का उपयोग आपके दोस्तों को कॉल करने के लिए भी किया जा सकता है। हालांकि, इन फर्मों का कहना है कि वे उपयोगकर्ताओं की बातचीत का रिकॉर्ड नहीं रखते हैं, अमेज़ॅन (जिसका लगभग 75 फीसद बाजार है) कुछ अलग करते हैं। अमेज़ॅन उपयोगकर्ताओं को 'क्लाउड से ऑडियो स्ट्रीमिंग करके' वार्तालापों को संग्रहीत करने की बात स्‍वीकार करता है। इसका मतलब एलेक्सा कॉलिंग और मैसेजिंग के माध्यम से किए गए दोस्तों और परिवार के साथ आपकी बातचीत को रिकॉर्ड किया जा सकता है और वास्तविक समय में अपने सर्वर पर अपलोड किया जा सकता है।

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