एच-4 वीजा को बचाने के पक्ष में उतरे अमेरिकी सांसद

एच-1बी वीजा धारकों के जीवनसाथी को मिलने वाले एच-4 वीजा में बदलाव के खिलाफ अमेरिका के कई सांसद उतर गए हैं और संसद में एक बिल पेश किया है।नियम खत्म होने से सबसे ज्यादा भारतीय प्रभावित होंगे।

By TaniskEdited By: Publish:Sat, 17 Nov 2018 05:03 PM (IST) Updated:Sat, 17 Nov 2018 05:03 PM (IST)
एच-4 वीजा को बचाने के पक्ष में उतरे अमेरिकी सांसद
एच-4 वीजा को बचाने के पक्ष में उतरे अमेरिकी सांसद

वाशिंगटन, प्रेट्र। भारतीय पेशेवरों में लोकप्रिय एच-1बी वीजा धारकों के जीवनसाथी को मिलने वाले एच-4 वीजा के बचाव में अमेरिका के कई सांसद उतर गए हैं। उन्होंने ट्रंप प्रशासन को इस वीजा के प्रावधान में बदलाव करने से रोकने के लिए संसद में एक बिल पेश किया है। हाल ही में यह खबर आई थी कि ट्रंप प्रशासन इस वीजा के तहत अमेरिका में काम करने के अधिकार के प्रावधान को खत्म करने की तैयारी में है।

अमेरिका की दो महिला सांसदों अन्ना ए एशू और जो लोफ्रेन ने ट्रंप प्रशासन को इस नियम को खत्म करने से रोकने के लिए एच-4 इंप्लायमेंट प्रोटेक्शन एक्ट संसद में पेश किया। एशू ने कहा कि एच-4 वीजा धारकों के रोजगार पाने के अधिकार की सुरक्षा का मामला आर्थिक निष्पक्षता और परिवार की एकजुटता से जुड़ा है। इस सुविधा को खत्म किए जाने से कई प्रवासियों को तकलीफ उठानी पड़ सकती है। ऐसी स्थिति में उनको अपने परिवार से अलग होना पड़ेगा या स्वदेश लौटना होगा। वे अपनी प्रतिभा का इस्तेमाल अमेरिकी कारोबार के खिलाफ कर सकते हैं।

क्या है एच-4 वीजा
एच-4 वीजा, एच-1बी धारकों के जीवन साथियों को जारी किया जाता है। यह एक तरह का वर्क परमिट है। इससे उनको नौकरी करने की इजाजत मिलती है। ट्रंप प्रशासन इसी नियम को खत्म करने की योजना बना रहा है।

ओबामा प्रशासन ने दिया था अधिकार
एच-4 वीजा के तहत रोजगार पाने का नियम ओबामा प्रशासन के दौर का है। यह नियम प्रभावी होने के बाद एक लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार पाने का अधिकार मिला। इनमें ज्यादातर महिलाएं हैं। यह नियम खत्म होने से सबसे ज्यादा भारतीय प्रभावित होंगे।

एच-1बी वीजा पर भी सख्ती
एच-1बी वीजा भारतीय पेशेवरों में खासा लोकप्रिय है। इस वीजा के जरिये अमेरिकी कंपनियों को उन क्षेत्रों में अत्यंत कुशल विदेशी पेशेवरों को नौकरी पर रखने की अनुमति मिलती है जिनमें अमेरिकी पेशेवरों की कमी है। इसी वीजा पर दूसरे देशों के पेशेवर अमेरिका पहुंचते हैं। यह वीजा तीन साल के लिए जारी होता है और छह साल तक इसकी अवधि बढ़ाई जा सकती है। डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद से इस वीजा के नियमों को भी सख्त किया जा रहा है। 

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