तीन साल से बंद पड़ा है पशु चिकित्सालय

संवाद सूत्र रायगंज आम लोगों के हित में जारी योजनाओं को शत प्रतिशत लागू करने के लिए पश्चिम बं

By JagranEdited By: Publish:Thu, 03 Dec 2020 07:32 PM (IST) Updated:Thu, 03 Dec 2020 07:32 PM (IST)
तीन साल से बंद पड़ा है पशु चिकित्सालय
तीन साल से बंद पड़ा है पशु चिकित्सालय

संवाद सूत्र, रायगंज : आम लोगों के हित में जारी योजनाओं को शत प्रतिशत लागू करने के लिए पश्चिम बंगाल सरकार दुआरे सरकार कार्यक्रम शुरू की है लेकिन कई परिसेवा लंबे अर्से से बंद पड़ी है, इसको लेकर प्रशासन अनजान बने बैठी है। यह दास्तान है रायगंज प्रखंड के गौरी अंचल की जहां श्यामपुर स्थित तीन साल से पशु चिकित्सालय बंद है और आठ महीने से हेमियोपैथी चिकित्सा केंद्र में ताला लगा हुआ है। आश्चर्य इस बात की है कि इस बात की जानकारी बीडीओ को नहीं है जबकि स्थानीय पंचायत प्रधान कई बार इसकी सूचना देने का दावा कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि रायगंज प्रखंड से 12 किलोमीटर की दूरी पर अवस्थित गौरी अंचल के अधिकाश लोगों के जीविकोपार्जन का आधार कृषि और पशुपालन है। आíथक रूप से पिछड़े इस इलाके के हजारों परिवार चिकित्सा के लिए सरकारी हैम्योपैथी केन्द्र पर निर्भर हैं। लेकिन विगत तीन वर्षो से पशु चिकित्सालय पूरी तरह बंद पड़े हैं और आठ महीने से होमियोपैथी चिकित्सक केंद्र से नदारद हैं। इस संदर्भ में स्थानीय पंचायत प्रधान सीमा मंडल ने बताया कि 2018 साल से पशु चिकित्सा केंद्र बंद है, इसके बारे में बीडीओ के अलावे प्रखंड और जिला पशु संसाधन विकास विभाग के अधिकारी का बार बार ध्यान आकृष्ट कराया गया लेकिन कोई पदक्षेप नहीं लिया गया। वहीं होमियोपैथी चिकित्सक की अनुपस्थिति के बारे में सूचना देने पर बताया गया कि उन्हें कोविड कंट्रोल ड्यूटी पर लगाया गया है। जबकि बीडीओ राजू लामा का स्पष्ट कहना है कि उन्हें पता ही नहीं है कि दोनों चिकित्सा केंद्र में परिसेवा ठप है। स्थानीय लोगों का कहना है कि जन कल्याण मूलक सरकार और प्रशासन के दावे प्रचार तक सीमित है, वास्तविकता इससे बिल्कुल भिन्न है। कैप्शन : खंडहर बने गौरी अंचल का पशु चिकित्सा केंद्र

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