सेप्टिक टैंक में गिरने से हाथी के बच्चे की मौत

पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत शालबनी में सेप्टिक टैंक में गिर जाने से ह

By JagranEdited By: Publish:Fri, 29 Dec 2017 06:22 PM (IST) Updated:Fri, 29 Dec 2017 06:22 PM (IST)
सेप्टिक टैंक में गिरने से हाथी के बच्चे की मौत
सेप्टिक टैंक में गिरने से हाथी के बच्चे की मौत

संवाद सूत्र, मेदिनीपुर : पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत शालबनी में सेप्टिक टैंक में गिर जाने से हाथी के बच्चा की मौत हो गई। वन विभाग ने शव को कब्जे में लेकर उसका अंतिम संस्कार कर दिया। इधर, हाथियों के आतंक की वजह से किसी अनहोनी की आशंका से ग्रामीणों की घबराहट बढ़ गई है।

बताया गया कि शालबनी थाना क्षेत्र के आमड़ातला में स्थानीय निवासी लक्ष्मीकांत सामंत और मृत्युंजय सामंत का परित्यक्त मकान है। कई साल पहले दोनों ने कुछ दूरी पर नया मकान बनवा लिया और पुराने को छोड़ उसमें चले गए। इसी पुराने मकान का सेप्टिक टैंक खुला रह गया। शुक्रवार को तड़के इसी टैंक में गिर जाने से हाथी के बच्चे की मौत हो गई। ग्रामीणों ने बताया कि 60-70 हाथियों का एक दल इलाके में एक-दो दिनों से घूम रहा है। इसी में शामिल हाथी का बच्चा परित्यक्त मकान के सेप्टिक टैंक में गिर गया। जिससे उसकी मौत हो गई। इस घटना से ग्रामीणों में शोक और आतंक दोनों व्याप्त हो गया।

इधर सूचना मिलने पर पहुंचे वन विभाग के कर्मचारियों ने हाथी के बच्चे के शव को टैंक से बाहर निकाला और वैन में लाद कर ले गए। मंडल वन अधिकारी रवींद्रनाथ साहा ने कहा कि शव का गोपगढ़ में कंकावती नदी के किनारे अंतिम संस्कार कर दिया गया। घटनाक्रम पर नजर रखी जा रही है, क्योंकि ऐसी घटनाओं के बाद अक्सर हाथी आक्रामक हो जाते हैं। परिस्थितियों के अनुसार कदम उठाया जाएगा। बताते चलें कि इन दिनों झाड़ग्राम व पश्चिम मेदिनीपुर जिले में भोजन की तलाश में दलमा से हाथियों का झुंड आया है। इससे पूर्व बुधवार की रात को 70 हाथियों के एक दल ने झाड़ग्राम जिला अंतर्गत लालगढ़ के गड़जूड़ी गांव में धावा बोलकर कई घरों में रखे फसलों को खाने के बाद बर्बाद कर दिया था। उसके बाद हाथियों का दल मेदिनीपुर डिवीजन में प्रवेश कर गया था। संभावना व्यक्त की जा रही है कि मृत बच्चा उसी दल का सदस्य हो सकता है।

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