पूर्व मंत्री कृष्णेंदु नारायण चौधरी की सुरक्षा वापस ली गई

- तीन सुरक्षा कर्मी में एक को वापस लिया लेकिन पूर्व मंत्री ने बाकि दोनो को लौटाया संवादसू˜

By JagranEdited By: Publish:Wed, 24 Feb 2021 06:10 PM (IST) Updated:Wed, 24 Feb 2021 06:10 PM (IST)
पूर्व मंत्री कृष्णेंदु नारायण चौधरी की सुरक्षा वापस ली गई
पूर्व मंत्री कृष्णेंदु नारायण चौधरी की सुरक्षा वापस ली गई

- तीन सुरक्षा कर्मी में एक को वापस लिया, लेकिन पूर्व मंत्री ने बाकि दोनो को लौटाया

संवादसूत्र, मालदा : जिले में चल रहे तृणमूल कांग्रेस के आपसी गुटबाजी के बीच राज्य के पूर्व मंत्री तथा जिला तृणमूल कांग्रेस के चेयरमैन कृष्णेंदु नारायण चौधरी की सुरक्षा वापस ले ली गई है। वही इस घटना को लेकर राजनीतिक माहौल में चर्चा जोरो पर है। हाल ही में तृणमूल के विधायक निहार रंजन घोष के घर पर हमला हुआ था। जिसके बाद हमले का आरोप कृष्णेंदु चौधरी सहित उनके सहयोगियों पर लगा था। ठीक उसके बाद ही तृणमूल के राज्य नेतृत्व की ओर से सुरक्षा वापस ली गई। तृणमूल के जिला नेतृत्व का मानना है कि सुरक्षा वापस लेकर एक कठोर संदेश दिया गया है।

गौरतलब है कि वाममोर्चा के समय से ही कृष्णेंदु नारायण चौधरी को सुरक्षा मिलती आ रही है। दिन प्रतिदिन उनकी सुरक्षा बढ़ती गई। वर्तमान में उनके सुरक्षा में तीन सुरक्षा गार्ड थे।

इस दिन कृष्णेंदु नारायण चौधरी ने कहा कि मंगलवार को वे शहर के मालंच पल्ली इलाके में जा रहे थे। उसी समय उनके सुरक्षा कर्मी के पास जिला प्रशासन की ओर से फोन आया। फोन में कहा गया कि उनकी सुरक्षा वापस ली जा रही है। उसी समय सुरक्षा कर्मी पूरी बात बताकर वहां से चले गए। जिसके बाद उन्होंने नाराजगी जाहिर की। बुधवार को जब सुबह उनकी सुरक्षा के लिए दो कर्मी पहुंचे, तो उन्होंने वापस कर दिया। उन्होंने साफ कह दिया कि अब उन्हें सुरक्षा की जरूरत नहीं है।

भाजपा के मालदा जिला उपाध्यक्ष अजय गांगुली ने कहा कि सुरक्षा कर्मी रखना एवं उसे वापस लेना तृणमूल गुट की एक चाल है। पहले सुरक्षा मुर्शिदाबाद के जिला परिषद के सभाधिपति की ली गई थी, जब वे सुवेंदु अधिकारी के मीटिंग में गए थे। बाद में फिर उन्हें सुरक्षा मुहैया कराई गई।

तृणमूल कांग्रेस के मालदा जिला संयोजक दुलाल सरकार ने कहा कि यहां पर बहुत से नेता को अधिक सुरक्षा मिली है। सामने चुनाव है। बहुत से लोगों को सुरक्षा देनी होगी। इसलिए सुरक्षा में कटौती की गई है।

वही पूरे मामले में जिला पुलिस अधीक्षक अलोक राजोरिया ने कहा कि अभी भी और सुरक्षा कर्मी की जरूरत है। इसलिए एक सुरक्षा कर्मी को कम किया गया है।

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