बंगाल में दुर्गा पूजा पर भी कोरोना वायरस का साया, ममता ने रामनवमी की दी शुभकामनाएं

कोरोना संकट के बीच बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने गुरुवार को सभी लोगों को रामनवमी की शुभकामनाएं दी।

By Preeti jhaEdited By: Publish:Thu, 02 Apr 2020 03:20 PM (IST) Updated:Thu, 02 Apr 2020 03:20 PM (IST)
बंगाल में दुर्गा पूजा पर भी कोरोना वायरस का साया, ममता ने रामनवमी की दी शुभकामनाएं
बंगाल में दुर्गा पूजा पर भी कोरोना वायरस का साया, ममता ने रामनवमी की दी शुभकामनाएं

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। कोरोना संकट के बीच बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने गुरुवार को सभी लोगों को रामनवमी की शुभकामनाएं दी। ममता ने ट्वीट किया, 'रामनवमी के पावन अवसर पर आप सभी लोगों को हार्दिक शुभकामनाएं। इस पर्व पर आप सभी को खुशी व सफलता मिले इसकी कामना करती हूं।'

उल्लेखनीय है कि रामनवमी के दिन ही भगवान प्रभु श्री राम का जन्म हुआ था। कोरोना वायरस को लेकर जारी लॉकडाउन के चलते इस बार हर साल की तरह धूम-धाम से रामनवमी का पर्व नहीं मनाया जा सका। क्योंकि सरकार की ओर से लगातार सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील की जा रही है। इसीलिए बंगाल में भी इस बार रामनवमी पर कोई जुलूस या रैली नहीं निकली। इस बार घरों में ही लोगों ने शांतिपूर्वक रामनवमी का त्योहार मनाया।

बंगाल में दुर्गा पूजा पर भी रहा कोरना वायरस का आसार

कोरोना वायरस की वजह से विदेशों से लेकर देशतक में लॉकडाउन चल रहा है। आर्थिक गतिविधियां पूरी तरह से ठप है। इसका असर इस वर्ष बंगाल और खासकर कोलकाता के विश्वविख्यात दुर्गापूजा पर भी पड़ने के पूरे आसार हैं। आयोजक भी मान रहे हैं कि आर्थिक प्रभाव के चलते दुर्गा पूजा के बजट पर असर पड़ने जा रहा है।

आयोजकों ने गुरुवार को कहा कि इस बार कॉर्पोरेट विज्ञापनदाता कम हो जाएंगे जिससे आयोजन बड़े पैमाने पर नहीं हो पाएगा। बंगाल का सबसे बड़ा त्यौहार दुर्गा पूजा इस वर्ष अक्टूबर में है। कोलकाता और उपनगरों के सामुदायिक दुर्गा पूजा आयोजकों के मंच ‘फोरम फॉर दुर्गोत्सव’ ने कहा कि बड़े आयोजकों को भी बजट में 40 से 50 फीसद की कटौती करनी पड़ सकती है।

फोरम के अध्यक्ष काजल सरकार ने कहा, ‘पिछले वर्ष आर्थिक नरमी की वजह से कई आयोजकों को बजट कम करना पड़ा था क्योंकि प्रायोजकों की कमी थी। इस साल हालात और खराब हैं।’ कोलकाता में करीब 3,000 दुर्गा पूजा का आयोजन होता है जबकि राज्य में यह आंकड़ा 30,000 है। इस बार कई दुर्गापूजा आयोजकों ने अपने बजट से रुपये काटकर कोरोना से लड़ने के लिए मुख्यमंत्री आपात राहत कोष में जाम दिया है। 

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