West Bengal Assembly Election 2021: घायल ममता 15 मार्च से देंगी विपक्ष को 'चोट', करेंगी ताबड़तोड़ रैलियां

ममता 15 मार्च से बंगाल के सियासी अखाड़े में हुंकार भड़ती हुई दिखने वाली हैं। उनकी पहली रैली 15 मार्च को पुरुलिया में होने वाली है। इसके अलावा वह 16 मार्च को बांकुरा और 17 मार्च को झारग्राम में अपनी पार्टी के प्रत्याशियों के लिए वोट मांगती हुई दिखेंगी।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Sat, 13 Mar 2021 10:24 PM (IST) Updated:Sat, 13 Mar 2021 10:24 PM (IST)
West Bengal Assembly Election 2021: घायल ममता 15 मार्च से देंगी विपक्ष को 'चोट', करेंगी ताबड़तोड़ रैलियां
ममता 15 मार्च से बंगाल के सियासी अखाड़े में हुंकार भड़ती हुई दिखने वाली हैं।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमाल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी बीते दिनों नंदीग्राम में चोट लगने की वजह से घायल हो गई थीं। इसके बाद उन्हें कोलकाता के एक अस्पताल में एडमिट कराया गया था। शुक्रवार शाम को उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। जब वह अपने घर के लिए अस्पताल से निकलीं तो व्हील चेयर पर बैठी हुई थीं। उनके पैर में पट्टी भी बंधी थी।

डॉक्टर ने उन्हें अगले कुछ दिनों तक आराम की सलाह दी है। हालांकि चुनाव सिर पर हो और एक सत्तारूढ़ पार्टी की मुखिया यूं भला घर में कैसे बैठी रह सकती हैं। खबर आ रही है कि नंदीग्राम में घायल हुई ममता ने 15 मार्च से बंगाल के सियासी अखाड़े में विपक्षी दलों को 'चोट' पहुंचाने का मन बना लिया है। इसके लिए कार्यक्रमओं को अंतिम रूप दिया जा रहा है। ममता 15 मार्च से बंगाल के सियासी अखाड़े में हुंकार भड़ती हुई दिखने वाली हैं। उनकी पहली रैली 15 मार्च को पुरुलिया में होने वाली है। इसके अलावा वह 16 मार्च को बांकुरा और 17 मार्च को झारग्राम में अपनी पार्टी के प्रत्याशियों के लिए वोट मांगती हुई दिखेंगी। 

सहानुभूि‍ति वोट बटेरने की होगी कोशिश

यह माना जाता है कि राजनेता सियासत में हर घटना को भुनाने की कोशिश करते हैं। ममता बनर्जी तो बीच चुनाव में घायल हुई हैं। वह भी इस मौके को हाथ से जाने नहीं देंगी। उन्होंने खुद इसके संकेत भी दिए थे। ममता बनर्जी का जब कोलकाता के अस्पताल में इलाज चल रहा था तो उन्होंने अपने समर्थकों के लिए एक वीडियो जारी किया था, जिसमें उन्होंने शांति बनाए रखने की अपील तो की ही थी। साथ ही यह भी कहा था कि वह चोट लगने की वजह से व्हीलचेयर पर बैठकर ही प्रचार करेंगी। ममता अगर व्हीलचेयर पर बैठकर चुनावी मंच पर नजर आएंगी तो इसकी प्रबल संभावना है कि सहानुभूति वोट का फायदा टीएमसी को मिल सकता है।

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