ढांचा विध्वंस मामले में तृणमूल की सधी हुई प्रतिक्रिया, कहा- जो लोग फैसले से खुश नहीं हैं उन्हें ऊपरी अदालतों से राहत मिलेगी

सीबीआइ अदालत के फैसले पर समर्थन या विरोध में कोई भी प्रतिक्रिया देने से किया इन्कार। वहीं भाजपा माकपा और कांग्रेस जैसे बड़े दलों ने उसके रूख के लिए उसकी आलोचना की। बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं ऐसे में तृणमूल ने बचने की कोशिश की है।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Wed, 30 Sep 2020 07:52 PM (IST) Updated:Wed, 30 Sep 2020 08:40 PM (IST)
ढांचा विध्वंस मामले में तृणमूल की सधी हुई प्रतिक्रिया, कहा- जो लोग फैसले से खुश नहीं हैं उन्हें ऊपरी अदालतों से राहत मिलेगी
तृणमूल के वरिष्ट सांंसद सौगत राय ने कहा कि फैसला 28 वर्षों के बाद आया और कुछ लोग नाखुश हैं।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में सभी आरोपियों को सीबीआइ अदालत से बरी किए जाने पर सधी हुई प्रतिक्रिया दी है और कहा कि जो लोग फैसले से खुश नहीं हैं उन्हें ऊपरी अदालतों से राहत मिलेगी। तृणमूल कांग्रेस ने फैसले पर इसके समर्थन या विरोध में कोई भी प्रतिक्रिया देने से साफ इंकार कर दिया। 

भाजपा, माकपा और कांग्रेस दलो ने आलोचना की 

वहीं भाजपा, माकपा और कांग्रेस जैसे बड़े दलों ने उसके रूख के लिए उसकी आलोचना की। सीबीआइ की विशेष अदालत ने मामले में भाजपा नेताओं लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती सहित सभी 32 आरोपितों को बुधवार को बरी कर दिया है। 

हम नहीं कह सकते इसके विरोध या समर्थन में हैं

तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद और पार्टी के प्रवक्ता सौगत राय ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘यह अदालत का फैसला है, इसलिए हम नहीं कह सकते कि इसके विरोध या समर्थन में हैं। फैसला 28 वर्षों के बाद आया है और कुछ लोग इससे नाखुश हैं। 

जो लोग फैसले से खुश नहीं, ऊपरी अदालतों से राहत

हमें मीडिया से पता चला है कि कुछ संगठनों ने नाखुशी जताई है।’उन्होंने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि जो लोग फैसले से खुश नहीं हैं उन्हें ऊपरी अदालतों से राहत मिलेगी।’ 

तृणमूल ने कोई प्रतिक्रिया न देकर बचने की कोशिश 

बताते चलें कि बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं ऐसे में माना जा रहा है कि तृणमूल ने किसी के भी पक्ष या विरोध में कोई प्रतिक्रिया नहीं देकर इससे बचने की कोशिश की है।

फैसले पर कांग्रेस नेता ने जूडीशरी को बताया मोदीशरी

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : 28 साल पुराने अयोध्या में विवादित ढांचा ढाहे जाने के मामले में सभी 32 आरोपितो को कोर्ट से बाइज्जत बरी किए जाने पर लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कड़ी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि देश जूडीशरी (न्यायपालिका) से मोदीशरी (मोदी से प्रभावित न्यायपालिका) की तरफ बढ़ रहा है।

कहा-जज ने न्याय को ताक पर रखकर फैसला दिया

कई बार विवादित टिप्णियां दे चुके बंगाल के बहरमपुर लोकसभा से कांग्रेस सांसद ने इशारों-इशारों में कहा कि जज ने सरकार से पुरस्कृत होने के लिए न्याय को ताक पर रखकर फैसला दिया है। उन्होंने कहा कि इस फैसले से सच्चे लोगों के मन में डर की भावना घर कर जाएगी और गलत प्रवृत्ति आनंद मनाएंगे।

सत्य के साथ खड़े लोग निराश गलत करने वाले खुश

चौधरी ने ट्वीट किया, 'जब न्याय नहीं किया जाता है तो सत्य के साथ खड़े लोगों के मन में आतंक बैठ जाता है जबकि गलत करने वाले खुशी से झूमते हैं। जब फैसला सरकार को खुश करने के लिए दिया जाता है तो फैसला देने वाला अपार संपत्ति और तोहफों से नवाजा जाता है। आशंका है कि ऐसा बार-बार हो। भारत जूडीशरी की जगह मोदीशरी की तरफ बढ़ रहा है।'

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