West Bengal: भाटपाड़ा नगरपालिका पर तृणमूल का कब्जा, सुप्रीम कोर्ट जाएगी भाजपा

Bhatpara Municipality. बंगाल के खाद्यमंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिकने कहा कि भाटपाड़ा की जनता तृणमूल के साथ है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Tue, 07 Jan 2020 07:23 PM (IST) Updated:Tue, 07 Jan 2020 07:23 PM (IST)
West Bengal: भाटपाड़ा नगरपालिका पर तृणमूल का कब्जा, सुप्रीम कोर्ट जाएगी भाजपा
West Bengal: भाटपाड़ा नगरपालिका पर तृणमूल का कब्जा, सुप्रीम कोर्ट जाएगी भाजपा

बैरकपुर, संवाद सूत्र। Bhatpara Municipality. उत्तर 24 परगना जिले के भाटपाड़ा नगरपालिका के दखल को लेकर कलकत्ता हाईकोर्ट के निर्देशानुसार कड़ी सुरक्षा के बीच मंगलवार को अविश्वास प्रस्ताव पर हुई वोटिंग में तृणमूल ने जीत हासिल की। पूरी प्रक्रिया जिला शासक और पुलिस अधीक्षक की निगरानी में हुई, जिसमें तृणमूल कांग्रेस के 19 पार्षदों ने भाग लिया। वहीं, भाजपा पार्षद अनुपस्थित रहे। इस तरह तृणमूल ने 19-0 के अंतर से नपा पर कब्जा जमा लिया। इधर, भाजपा ने हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने की बात कही है।

सूत्रों के मुताबिक, अदालत के निर्देशानुसार मंगलवार को पालिका भवन में अविश्वास प्रस्ताव के लिए वोटिंग हुई। इसके मद्देनजर पालिका भवन की गेट पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किया गया था। किसी भी अज्ञात व्यक्ति को अंदर नही जाने अनुमति नहीं थी। उत्तर 24 परगना की जिला शासक चैताली चक्रवर्ती तय समय से पहले ही भाटपाड़ा नपा भवन पहुंच गई थी। दूसरी तरफ, बैरकपुर के पुलिस कमिश्नर मनोज वर्मा सुरक्षा व्यवस्था की मॉनिटरिग कर रहे थे। पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी की गई है। तय समय पर शुरू हुई वोटिंग प्रक्रिया में भाजपा पार्षद नहीं पहुंचे।

इस मौके पर उपस्थित तृणमूल पार्षद दल के नेता मनोज साहा ने बताया कि कोर्ट के निर्देश के मुताबिक अविश्वास प्रस्ताव की प्रक्रिया पूरी हुई। 19 पार्षदों ने तृणमूल के पक्ष में वोट दिया। गुरुवार को इसकी रिपोर्ट कोर्ट में सौंपी जाएगी। वोटिंग के दौरान राज्य के खाद्यमंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक, जिला युवा तृणमूल के अध्यक्ष व विधायक पार्थ भौमिक और विधायक पारस दत्त वहां उपस्थित थे।

ज्योतिप्रिय ने कहा कि भाटपाड़ा की जनता तृणमूल के साथ है। इससे पहले भी लाए गए अविश्वास प्रस्ताव में हमारे 19 पार्षद तृणमूल के साथ थे। इस बार भी उन्हीं पार्षदों ने वोट दिया है। भाटपाड़ा नपा पर तृणमूल का कब्जा है और रहेगा। यह जनता का फैसला है, जिसे भाजपा सांसद को मान लेना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि भाजपा के पार्षद यदि प्रक्रिया में भाग लेते तो तृणमूल के पक्ष कुछ और वोट बढ़ने की संभावना थी। मीडिया ने भाजपा सांसद अर्जुन सिंह को बाघ बताया था लेकिन वे बिल्ली साबित हुए।

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