बिजली कंपनी के सीईएससी का दावा, 33 लाख उपभोक्ताओं में से 95 प्रतिशत उपभोक्ताओं को बिजली आपूर्ति शुरू

भीषण चक्रवात ने राज्य में भारी तबाही मचाई थी जिसमें मकान क्षतिग्रस्त हो गए पेड़ उखड़ गए और बिजली के तार टूट गए थे।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Wed, 27 May 2020 06:22 PM (IST) Updated:Wed, 27 May 2020 06:22 PM (IST)
बिजली कंपनी के सीईएससी का दावा, 33 लाख उपभोक्ताओं में से 95 प्रतिशत उपभोक्ताओं को बिजली आपूर्ति शुरू
बिजली कंपनी के सीईएससी का दावा, 33 लाख उपभोक्ताओं में से 95 प्रतिशत उपभोक्ताओं को बिजली आपूर्ति शुरू

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : पश्चिम बंगाल के कोलकाता के अधिकतर स्थानों पर बुधवार को पेयजल और बिजली आपूर्ति बहाल हो गई। भीषण चक्रवात ने राज्य में भारी तबाही मचाई थी, जिसमें मकान क्षतिग्रस्त हो गए, पेड़ उखड़ गए और बिजली के तार टूट गए थे। कोलकाता के पुलिस सूत्रों के बताया कि बुधवार को शहर के किसी हिस्से से प्रदर्शन की कोई खबर नहीं है। पुलिस ने बताया कि उत्तर 24 परगना जिले के बारासात और दत्तापुकुर क्षेत्र में सैकड़ों लोगों ने बिजली आपूर्ति बहाल नहीं होने के विरोध में जेसोर रोड पर जाम लगा दिया।

महानगर के अधिकतर हिस्सों में बिजली की आपूर्ति करने वाली निजी क्षेत्र की बिजली कंपनी सीईएससी ने दावा किया कि 33 लाख उपभोक्ताओं में से 95 प्रतिशत उपभोक्ताओं को बिजली आपूर्ति शुरू कर दी गई है। सीईएससी ने ट्वीट किया,‘हम सामान्य स्थिति सुनिश्चित करने के लिए युद्ध स्तर पर काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। 33 लाख उपभोक्ताओं में से 32 लाख को बिजली आपूर्ति शुरू कर दी गई है। टीमें चौबीसों घंटे काम कर रही हैं। आपने धैर्य रखा। हम स्थिति बहाल करने के चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं और आपका सहयोग चाहते हैं।’ इस बीच बेहाला जैसे शहर के कुछ हिस्सों में अभी तक बिजली आपूर्ति बहाल नहीं होने की खबर है।कोलकाता नगर निगम (केएमसी) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा,‘हमारा काम लगभग पूरा हो गया है। अब सीईएससी बिजली आपूर्ति बहाल होने का काम देख रही है।

उन्होंने हमें आश्वासन दिया है कि जल्द ही शेष क्षेत्रों में भी बिजली आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी।’ बिजली आपूर्ति प्रभावित होने के कारण विरोध कर रहे लोगों के एक समूह को मनाने की कोशिश में तृणमूल कांग्रेस के विधायक अब्दुल खालिक मुल्ला और चार अन्य मंगलवार को घायल हो गए।

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