100 से अधिक लोगों के बैंक खाते से लाखों रुपये गायब

दिल्ली में बैठे हैकर्स ने केनरा बैंक के मुख्यालय का सर्वर हैक कर कोलकाता के 100 से अधिक बैंक ग्राहकों के तथ्य जुटाकर उनके खातों से दो दिन में लाखों रुपये गायब कर दिए।

By Preeti jhaEdited By: Publish:Wed, 01 Aug 2018 10:04 AM (IST) Updated:Wed, 01 Aug 2018 11:21 AM (IST)
100 से अधिक लोगों के बैंक खाते से लाखों रुपये गायब
100 से अधिक लोगों के बैंक खाते से लाखों रुपये गायब

कोलकाता, जागरण संवाददाता। दिल्ली में बैठे हैकर्स ने केनरा बैंक के मुख्यालय का सर्वर हैक कर कोलकाता के 100 से अधिक बैंक ग्राहकों के तथ्य जुटाकर उनके खातों से दो दिन में लाखों रुपये गायब कर दिए। गरियाहाट थाना और लालबाजार में 35 ग्राहकों ने शिकायत दर्ज कराई है।

पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। उधर, लालबाजार की एंटी बैंक फ्राड ब्रांच की विशेष टीम भी दिल्ली रवाना हो गई है। उधर, बैंक ने भी अपने स्तर पर मामले की जांच शुरू कर दी है।

सूत्रों के अनुसार गत 28 और 29 जुलाई में दक्षिण कोलकाता के गोलपार्क, रवींद्र सरोबर, जादवपुर आदि इलाकों में स्थित कैनरा बैंक की शाखाओं के 100 से अधिक ग्राहकों के खाते से लाखों रुपये अचानक गायब हो गए। इससे ग्राहकों के साथ ही बैंक अधिकारियों में हड़कंप मच गया। बालीगंज के गार्डेन रोड निवासी अनिंदिता मुखर्जी ने बताया कि उसका गोलपार्क स्थित केनरा बैंक शाखा में अकाउंट है। रविवार रात उसके मोबाइल पर 20 हजार रुपये निकाले जाने का मैसेज आया, जो किसी एटीएम से निकाला गया था।

बैंक के कस्टमर केयर को फोन करने पर पता चला कि 20 नहीं बल्कि उसके खाते से 40 हजार रुपये निकाले गए हैं। शिकायत दर्ज कराने वह बैंक पहुंची तो वहां पर ऐसे पीडि़त और भी ग्राहक मौजूद थे। इस मामले में गरियाहाट, रवींद्र सरोबर थाना समेत लालबाजार में 35 ग्राहकों ने रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है। प्राथमिक जांच में पता चला है कि दिल्ली में स्थित केनरा बैंक के मुख्यालय का सर्वर हैक कर हैकर्स ने ग्राहकों के अकाउंट के तथ्य जुटाकर उनके खातों से रुपये गायब कर दिए।

एसबीआइ के ग्राहकों के खाते से ही रुपये गायब होने का आरोप

केनरा बैंक के अलावा एसबीआइ समेत अन्य बैंकों के ग्राहकों के खातों से रुपये निकाले जाने की सूचना मिली है। केनरा बैंक की गोलपार्क शाखा प्रबंधक का कहना है कि ग्राहकों को उनके रुपये वापस दिलाने के प्रयास किए जा रहे हैं। बीमा होने की वजह से उनके रुपये अवश्य मिल जाएंगे। फिलहाल जिन ग्राहकों के अकाउंट से रुपये निकाले गए हैं उनके एटीएम ब्लाक कर दिए गए हैं।

कार्ड क्लोनिंग के जरिए हो सकता है फ्राड: विशेषज्ञ

इस बाबत बैंक सुरक्षा विशेषज्ञ सुशोभन मुखर्जी का कहना है कि इस तरह की घटना मुंबई में भी हो चुकी है। उन्होंने दावा किया कि घटना के पीछे कार्ड क्लोनिंग है। उनका मानना है कि जिन इलाकों में सर्वाधिक घटनाएं हुई हैं वहां के बड़े एटीएम में जालसाजों ने स्किमिंग डिवाइस का प्रयोग किया है। इसके जरिए ही उन्होंने ग्राहकों के कार्ड के तथ्य जुटा लिए होंगे। इसके बाद नया कार्ड तैयार कर खातों से रुपये गायब कर दिए होंगे।

उन्होंने बताया कि कार्ड को स्वाइप करते ही जालसाजों द्वारा एटीएम में लगाए गए यंत्र में ग्राहक के कार्ड के तथ्यों की कॉपी हो जाती है। बैंक सूत्रों के अनुसार जालसाजों द्वारा चार एटीएम मशीनों में स्किमिंग डिवाइस प्रयोग किए जाने के संकेत मिले हैं।

उक्त एटीएम में प्रयोग किए गए कई सौ कार्ड को ब्लाक कर दिया गया है। उधर, कोलकाता पुलिस के दक्षिण पूर्व डिवीजन डिप्टी कमिश्नर कल्याण मुखर्जी के अनुसार बैंक ग्राहकों के रुपये निकाले जाने की शिकायतें मिली हैं। पुलिस के साथ एंटी बैंक फ्राड ब्रांच की टीम भी मामले की जांच में जुट गई है। 

chat bot
आपका साथी