कोरोना संकट व एम्फन से तबाही के बीच सोनिया गांधी की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में शामिल होंगी ममता बनर्जी

Mamata Banerjee. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा बुलाई गई विपक्षी दलों की बैठक में शामिल होंगी।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Thu, 21 May 2020 09:52 PM (IST) Updated:Thu, 21 May 2020 09:52 PM (IST)
कोरोना संकट व एम्फन से तबाही के बीच सोनिया गांधी की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में शामिल होंगी ममता बनर्जी
कोरोना संकट व एम्फन से तबाही के बीच सोनिया गांधी की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में शामिल होंगी ममता बनर्जी

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। Mamata Banerjeeकोरोना संकट व तूफान एम्फन से हुई तबाही के बीच शुक्रवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा बुलाई गई विपक्षी दलों की बैठक में शामिल होंगी। हालांकि, इसी दिन ममता के अनुरोध पर तूफाने से हुई तबाही का जायजा लेने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी भी बंगाल आ रहे हैं। गुरुवार को ममता ने कहा कि वह शुक्रवार को सोनिया गांधी की बैठक में भाग लेंगी। परंतु, उस समय तक पीएम के कोलकाता पहुंचने की बात नहीं थी। ऐसे में वह अब क्या करेंगी यह तो कल ही पता चलेगा।

शुक्रवार को देश के तमाम विपक्षी पार्टियां बैठक करने जा रहे हैं। कांग्रेस की ओर से बुलाई गई यह मीटिंग वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये होगी, जिसकी अध्यक्षता कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी करेंगी। इसमें 28 दलों के नेताओं के भाग लेने का दावा किया गया है। बैठक अपराह्न तीन बजे से होनी है, जिसमें कोरोना के चलते देश में बने हालात से लेकर देश की राजनीतिक व इकोनॉमी की बदहाली तक पर भी चर्चा होगी।

ममता ने नवान्न में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि शाम को होने वाली बैठक में वह हिस्सा लेंगी। बैठक के मुख्य एजेंडे में कोविड-19 से उपजे हालातों से निपटने में केंद्र सरकार की नाकामी, प्रवासी मजदूरों की दुर्दशा और उनकी समस्याएं और सरकार द्वारा उनका सही तरह से निराकरण न कर पाना, मोदी सरकार के 20 लाख करोड़ों रुपये के आर्थिक पैकेज की असलियत जैसे तमाम मुद्दे शामिल हैं।

दूसरी ओर, प्रदेश भाजपा ने विपक्षी दलों की बैठक पर कटाक्ष किया है। प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि लोकसभा चुनाव के पहले भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ब्रिगेड मैदान में विपक्षी दलों के नेताओं के साथ हाथ से हाथ मिलाकर कर सभा कर चुकी हैं, लेकिन जनता ने उन्हें नकार दिया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति विश्वास जताया था। ब्रिगेड सभा में शामिल होने वाले कई नेताओं का अब कोई अस्तित्व ही नहीं है। उसी तरह से यह बैठक भी पूरी तरह से फ्लॉप होगी।

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