Bengal Assembly Elections: बंगाल में 2021 विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा फैसला- साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे लेफ्ट और कांग्रेस

लेफ्ट और कांग्रेस दोनों के ही सूत्र दावा कर रहे हैं कि इस बार निचले स्तर पर दोनों दलों के लीडर साथ आना चाहते हैं। सीपीएम पोलितब्यूरो ने बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के साथ सीटों के समझौते-गठबंधन के प्रस्ताव को मंज़ूरी दे दी है।

By Preeti jhaEdited By: Publish:Tue, 27 Oct 2020 07:59 AM (IST) Updated:Tue, 27 Oct 2020 08:11 AM (IST)
Bengal Assembly Elections: बंगाल में 2021 विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा फैसला- साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे लेफ्ट और कांग्रेस
बंगाल में 2021 विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा फैसला

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल में 2021 विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा फैसला हुआ है। सीपीएम पोलितब्यूरो ने बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के साथ सीटों के समझौते-गठबंधन के प्रस्ताव को मंज़ूरी दे दी है। अब 30 और 31 अक्टूबर को सीपीएम सेंट्रल कमेटी इस पर मुहर लगा देगी।

लेफ्ट के उच्च सूत्रों ने बताया कि बंगाल में तृणमूल कांग्रेस और भाजपा को रोकने के लिए लेफ्ट और कांग्रेस का साथ आना ज़रूरी है, यही वजह है कि पार्टी पोलितब्यूरो ने दिल्ली में हुई दो दिनों कि बैठक में आखिरकार बंगाल विधानसभा चुनाव कांग्रेस के साथ मिलकर लड़ने का फैसला किया है।

सीपीएम पोलितब्यूरो के फैसले पर बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा, "मैं सीपीएम पोलितब्यूरो के फैसले से खुश हूं और बंगाल में ममता बनर्जी और बीजेपी दोनों को रोकने के लिए लेफ्ट और कांग्रेस में गठबंधन होना हीं चाहिए।"

आपको बता दें कि अधीर रंजन चौधरी ही पार्टी के अध्यक्ष थे, जब साल 2016 में लेफ्ट और कांग्रेस ने मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ा था। हलांकि 2019 लोकसभा चुनाव में लाख कोशिशों के बावजूद दोनों दलों के बीच गठबंधन नहीं हो सका था।

लेफ्ट और कांग्रेस दोनों के ही सूत्र दावा कर रहे हैं कि इस बार निचले स्तर पर दोनों दलों के लीडर साथ आना चाहते हैं। सच्चाई ये भी है कि दोनों ही दलों का साथ मिलकर लड़ना दोनों के सर्वाइवल के लिए बेहद ज़रूरी है। अब देखना दिलचस्प होगा कि अपने प्रदेश अध्यक्ष कि राय के बाद कांग्रेस नेतृत्व इस पर क्या रुख इख़्तियार करता है। 

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