कोरोना के कारण चौंसठ दिनों तक अस्पताल में, 19 दिन एकमो, 42 दिन वेंटिलेटर पर रहा मरीज को मिला नवजीवन

डॉ.सोहम मजूमदार सलाहकार क्रिटिकल केयर आमरी अस्पताल-ढाकुरिया का मानना ​​​​है कि रांची झारखंड के निवासी गणेश प्रसाद पूरे भारत में एकमात्र कोविड​​​​-19 रोगी हैं जो कि एकमो सहित वेंटिलेटर के क्रिटिकल केयर सपोर्ट पर इतने लंबे समय तक रहे।

By Priti JhaEdited By: Publish:Sun, 11 Jul 2021 08:52 AM (IST) Updated:Sun, 11 Jul 2021 09:11 AM (IST)
कोरोना के कारण चौंसठ दिनों तक अस्पताल में, 19 दिन एकमो, 42 दिन वेंटिलेटर पर रहा मरीज को मिला नवजीवन
रांची के एक गंभीर मरीज को कोलकाता के डॉक्टरों ने नवजीवन दिया।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। रांची के एक गंभीर मरीज को कोलकाता के डॉक्टरों ने नवजीवन दिया। मरीज को सांस लेने में दिक्कत, कोविड के बाद कोलकाता लाया गया था। इसके लिए एयर एंबुलेंस का उपयोग करना पड़ा था। मरीज गणेश प्रसाद (63) को आमरी अस्पताल, ढाकुरिया में सांस लेने में गंभीर तकलीफ के साथ सफलतापूर्वक इलाज किया गया। 19 दिनों तक एकमो सपोर्ट पर और 42 दिनों तक वेंटिलेटर सपोर्ट पर रहने के बाद उन्हें 10 जुलाई को डिस्चार्ज किया जाएगा।

डॉ.सोहम मजूमदार, सलाहकार, क्रिटिकल केयर, आमरी अस्पताल-ढाकुरिया, का मानना ​​​​है कि रांची, झारखंड के निवासी गणेश प्रसाद पूरे भारत में एकमात्र कोविड​​​​-19 रोगी हैं, जो कि एकमो सहित वेंटिलेटर के क्रिटिकल केयर सपोर्ट पर इतने लंबे समय तक रहे। मजूमदार ने कहा, “चूंकि उनमें पहली बार कोविड​​​​-19 का पता चला था, वह 9 जुलाई तक 64 दिनों तक अस्पताल में रहे।” 30 अप्रैल को उनमें कोविड​​​​-19 का पता चला। इसके बाद वह रांची के एक नर्सिंग होम में भर्ती थे। बीमारी की तीव्रता के कारण उनकी हालत बिगड़ गई। जबकि नॉन-इनवेसिव वेंटिलेशन (एनआईवी) पर रिकवरी के कोई संकेत नहीं दिखने के बाद उन्हें बाइपैप पर रखा गया था। उन्हें पूर्ण वेंटिलेशन पर रखा गया। उनके बेटे राहुल कुमार ने आमरी अस्पताल ढाकुरिया में एकमो टीम से संपर्क किया और उन्हें कोलकाता लाने और एकमो पर रखने का फैसला किया, क्योंकि पूर्ण वेंटिलेशन भी उनकी स्थिति को पुनर्जीवित करने के लिए पर्याप्त नहीं था।

परिवार ने वेंटिलेशन पर रहते हुए 20 मई को उन्हें कोलकाता लाने के लिए एयर एम्बुलेंस की व्यवस्था की। कोलकाता जाने वाली फ्लाइट में उनकी हालत और खराब हो गई और उनका ऑक्सीजन लेवल 50 तक गिर गया। डॉ.सोहम मजूमदार,एकमो विशेषज्ञ और प्रसाद के पर्यवेक्षण चिकित्सक के नेतृत्व में एएमआरआई मेडिकल टीम ने उन्हें कोलकाता हवाई अड्डे से पूर्ण वेंटिलेटर समर्थन पर ले जाया, और एएमआरआई ढाकुरिया में प्रवेश के तुरंत बाद उन्हें एकमो पर रखा।

वह 9 जून तक 19 दिनों तक ईसीएमओ सपोर्ट पर रहे, जिसके बाद उन्हें फिर से वेंटिलेटर सपोर्ट पर शिफ्ट कर दिया गया। प्रसाद को वेंटिलेटर पर रहते हुए ऐंठन के कुछ एपिसोड हुए, लेकिन डॉ मजूमदार, और डॉ.कौशिक मुखर्जी, प्रमुख, कार्डियो थोरैसिक वैस्कुलर सर्जरी, एएमआरआई अस्पताल, ढाकुरिया ने प्रबंधन किया। मरीज के बेटे राहुल ने कहा पूरी स्थिति हमारे लिए नई थी और यह बहुत कठिन दौर रहा है। 

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