'योगी आदित्यनाथ अगर कोलकाता आए तो उन्हें...', ममता बनर्जी के मंत्री के बिगड़े बोल

जमीयत उलेमा-ए-हिंद के बंगाल अध्यक्ष व ममता सरकार में पुस्तकालय मंत्री स‍िद्दीकुल्ला चौधरी ने ज्ञानवापी में पूजा-पाठ बंद करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ अगर कोलकाता आते हैं तो वे और उनका संगठन उनका घेराव करेगा। उन्होंने कहा कि ज्ञानवापी में चल रहा पूजा पाठ तुरंत बंद होना चाहिए और अगर ऐसा नहीं होता है तो वो इसका बड़ा विरोध करेंगे।

By Jagran NewsEdited By: Publish:Fri, 09 Feb 2024 07:49 PM (IST) Updated:Fri, 09 Feb 2024 07:49 PM (IST)
'योगी आदित्यनाथ अगर कोलकाता आए तो उन्हें...', ममता बनर्जी के मंत्री के बिगड़े बोल
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (फाइल फोटो)

HighLights

  • बंगाल के मंत्री व जमीयत उलेमा-ए-हिंद के बंगाल अध्यक्ष हैं स‍िद्दीकुल्ला चौधरी
  • स‍िद्दीकुल्ला चौधरी ने ज्ञानवापी में पूजा पाठ तत्काल बंद करने की मांग की

राज्य ब्यूरो,कोलकाता। जमीयत उलेमा-ए-हिंद के बंगाल अध्यक्ष व ममता सरकार (Mamata Govt) में पुस्तकालय मंत्री स‍िद्दीकुल्ला चौधरी ने ज्ञानवापी में पूजा-पाठ बंद करने की मांग की है। उन्होंने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर योगी कोलकाता आए तो उन्हें निकलने नहीं देंगे।

स‍िद्दीकुल्ला चौधरी ने क्या कुछ कहा?

सिद्दीकुल्ला ने शुक्रवार को कहा कि योगी आदित्यनाथ अगर कोलकाता आते हैं, तो वे और उनका संगठन उनका घेराव करेगा। उन्होंने कहा,

ज्ञानवापी में चल रहा पूजा पाठ तुरंत बंद होना चाहिए और अगर ऐसा नहीं होता है तो वो इसका बड़ा विरोध करेंगे।

यह भी पढ़ें: सुप्रीम कोर्ट से अभिषेक बनर्जी को झटका, CJI ने कहा- जज के खिलाफ कार्रवाई की प्रार्थना पर विचार नहीं कर सकते

फलस्तीन के समर्थन में निकाल चुके हैं मार्च

चौधरी पहले भी कई मौके पर विवादों में रह चुके हैं। बीते साल अक्टूबर में इजरायल और हमास (Israel-Hamas War) के बीच जंग को लेकर मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने फलिस्तीन के समर्थन में कोलकाता में विरोध मार्च भी निकाला था। विरोध मार्च के बाद जमीयत के द्वारा एक रैली भी आयोजित की गई थी जिसमें सिद्दीकुल्ला ने इजरायल का समर्थन करने को लेकर पीएम मोदी पर सवाल उठाया था।

इससे पहले 2019 में बांग्लादेश सरकार (Bangladesh Govt) ने सिद्दीकुल्ला चौधरी को वीजा देने से इनकार कर दिया था। सिद्दीकुल्ला को कुछ व्यक्तिगत प्रतिबद्धताओं में भाग लेने के अलावा बांग्लादेश के सिलहट में एक मदरसे के शताब्दी समारोह में भाग लेना था, लेकिन उन्हें वापस लौटना पड़ा था।

यह भी पढ़ें: शाहजहां शेख की गिरफ्तारी की मांग को लेकर उग्र प्रदर्शन, महिलाओं ने फरार TMC नेता के मकान व पोल्ट्री फार्म फूंके

chat bot
आपका साथी