बंगाल में थमा नहीं कोरोना महामारी का कहर, मलेरिया से 3900 से ज्यादा हैं पीड़ित, डायरिया से दो मरे और 78 भर्ती

कोरोना महामारी का कहर अभी थमा नहीं है। तीसरी लहर की आशंका बनी हुई है। इस बीच कोलकता में जहां मलेरिया और डेंगू का दहशत देखा जा रहा है तो महानगर से सटे उत्तर 24 परगना जिले के कमरहाटी इलाके में डायरिया से दो लोगों की मौत हो चुकी है

By Vijay KumarEdited By: Publish:Thu, 09 Sep 2021 09:55 PM (IST) Updated:Thu, 09 Sep 2021 09:55 PM (IST)
बंगाल में थमा नहीं कोरोना महामारी का कहर, मलेरिया से 3900 से ज्यादा हैं पीड़ित, डायरिया से दो मरे और 78 भर्ती
मलेरिया से 3900 से ज्यादा हैं पीड़ित, डायरिया से दो मरे और 78 भर्ती

राज्य ब्यूरो, कोलकाताः कोरोना महामारी का कहर अभी थमा नहीं है। तीसरी लहर की आशंका बनी हुई है। इस बीच कोलकता में जहां मलेरिया और डेंगू का दहशत देखा जा रहा है, तो दूसरी ओर महानगर से सटे उत्तर 24 परगना जिले के कमरहाटी इलाके में डायरिया से दो लोगों की मौत हो चुकी है और बच्चे व महिलाओं समेत 78 लोग अस्पताल में भर्ती हैं।

कोलकाता में मानसून के मौसम में मलेरिया से पीड़ित होने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। अगस्त तक राज्य में मलेरिया के 4,748 मामले थे,जिसमें से सिर्फ कोलकाता में पीड़ितों की संख्या 3900 है। इस साल अब तक राज्य में मलेरिया के कुल मामलों में से 80 फीसद कोलकाता में हैं। ऐसे में कोलकाता में मलेरिया के प्रसार को कम करना अब स्वास्थ्य विभाग के लिए बड़ी चुनौती है। वहीं दूसरी ओर कोरोना के भी नए केस पढ़ रहे हैं।

पिछले साल की तुलना में इस साल राज्य में मलेरिया की संख्या काफी अधिक है। इतने सारे लोग मच्छर जनित इस बीमारी से संक्रमित क्यों हो रहे हैं। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने कोलकाता नगर निगम से इस बारे में जानना चाहा है, हालांकि कोलकाता नगर निगम ने स्वास्थ्य विभाग को सौंपी रिपोर्ट बारिश को इसके लिए जिम्मेदार बताया है। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार कुल मिलाकर इस साल मलेरिया से संक्रमित लोगों की संख्या पिछले साल की तुलना में 35 फीसद अधिक है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है।

कोरोना की स्थिति अभी पूरी तरह नियंत्रण में नहीं है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों ने बुधवार को शहर के अधिकारियों के साथ बैठक कर मलेरिया के बढ़ने की वजह जानना चाहा। स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के अनुसार उस बैठक में निगम के प्रतिनिधियों ने अतिरिक्त बारिश को ही वजह बताते नजर आए। निगम अधिकारियों ने कहा कि कोविड के कारण मलेरिया नियंत्रण बाधित हो रहा है। उनका कहना है कि इस साल जुलाई में 500 मिमी अतिरिक्त बारिश हुई थी और इसीलिए मलेरिया बढ़ रहा है।

दूसरी ओर उत्तर 24 परगना जिले के कमरहाटी इलाके में डायरिया के लक्षणों के साथ पांच बच्चों समेत 78 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दो बुजुर्ग रोगियों की भी इसी तरह के लक्षणों से मृत्यु हो गई, लेकिन उप स्वास्थ्य सचिव, अजय चक्रवर्ती का कहना है कि उनकी मृत्यु गुर्दे की विफलता के कारण हुई, न कि डायरिया के प्रकोप के कारण। अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि कालेज ाफ मेडिसिन और सगर दत्ता अस्पताल में भर्ती 78 में से छह मरीजों की हालत गंभीर है। कमरहाटी नगर पालिका के वार्ड एक, दो, तीन, चार और पांच के ज्यादातर मरीजों में डायरिया के लक्षण पाए गए हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। संपर्क करने पर कमरहाटी नगर पालिका की ओर से लोगों को पानी उबालकर पीने को कहा गया है।

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