सीएम गोरखालैंड आदोलन को खत्म करना चाहती है: गुरुंग

जागरण न्यूज नेटवर्क, कोलकाता: गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के नेता बिमल गुरुंग ने अपने अधिवक्ता

By JagranEdited By: Publish:Fri, 01 Dec 2017 02:59 AM (IST) Updated:Fri, 01 Dec 2017 02:59 AM (IST)
सीएम गोरखालैंड आदोलन को खत्म करना चाहती है: गुरुंग
सीएम गोरखालैंड आदोलन को खत्म करना चाहती है: गुरुंग

जागरण न्यूज नेटवर्क, कोलकाता: गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के नेता बिमल गुरुंग ने अपने अधिवक्ता के माध्यम से गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में दावा किया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अलग राज्य के आदोलन को खत्म करना चाहती हैं। साथ ही वह हमारी पार्टी को भी तोड़ने की कोशिश कर रही हैं। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि आदोलन एक बात है, लेकिन किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जा सकती। गुरुंग की ओर से उनके अधिवक्ता ने न्यायमूर्ति एके सीकरी और न्यायमूर्ति अशोक भूषण की पीठ को बताया कि उन्हें कई फर्जी मामलों में फंसाया गया है और अगर उन्हें आत्मसमर्पण करने को कहा जाता है, तो जेल बाहर नहीं निकलने दिया जाएगा और पूरा आदोलन समाप्त हो जाएगा। गुरुंग की ओर से का गया है कि सीबीआइ या एनआइए जैसी एक केंद्रीय जांच एजेंसी से मामले की जांच कराई जाए। क्योंकि, एक वीडियो दिखाकर दावा किया गया है कि राज्य पुलिस गुरुंग के घर में एके-47 राइफल को कैसे प्लांट कर रही है। गुरुंग की ओर से सुप्रीम कोर्ट को यह भी कहा गया है कि मेरे और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के बीच मतभेद हो सकता है लेकिन मेरी पार्टी को तोड़ नया नेता बनाने का प्रयास किया गया है। यदि आज उन्हें पुलिस को सौंप दिया गया तो वह दशकों तक जेल में रहना होगा। गुरुंग की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता पीएस पटवालिया ने यह बातें सुप्रीम कोर्ट में रखी। उन्होंने दावा किया कि कई अलग राज्य बने हैं। पटवालिया ने कहा कि हाल ही में, बंगाल पुलिस द्वारा हिंसा को लेकर कई एफआइआर दर्ज किए गए हैं जिसमें के पैटर्न व भाषा में कई गलतियां है। जिससे एफआइआर के फर्जी होने की संभावना दिखाई दे रही है।

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