बंगाल चुनाव से पहले फिर जागा सीएए का जिन्‍न, भाजपा अध्यक्ष के बयान के बाद गरमाई राजनीति

बंगाल में अगले साल होने वाले चुनाव से पहले एक बार फिर नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का जिन्न जाग उठा है।दो दिन पहले सोमवार को उत्तर बंगाल के एक दिवसीय दौरे पर आए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ऐलान कि सीएए जल्द ही लागू किया जाएगा।

By Preeti jhaEdited By: Publish:Wed, 21 Oct 2020 08:16 AM (IST) Updated:Wed, 21 Oct 2020 08:16 AM (IST)
बंगाल चुनाव से पहले फिर जागा सीएए का जिन्‍न, भाजपा अध्यक्ष के बयान के बाद गरमाई राजनीति
कोरोना के चलते ठंडे बस्‍ते में चला गया था सीएए

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल में अगले साल होने वाले चुनाव से पहले एक बार फिर नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का जिन्न जाग उठा है।दो दिन पहले सोमवार को उत्तर बंगाल के एक दिवसीय दौरे पर आए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ऐलान कि सीएए जल्द ही लागू किया जाएगा।

सिलीगुड़ी में नड्डा ने कहा कि सीएए को लेकर अभी नियम बन रहे हैं, कोरोना महामारी के चलते इसमें देरी हुई है, लेकिन जल्द ही इसे लागू कर दिया जाएगा। उनके इस बयान के बाद सीएए को लेकर बंगाल में राजनीति फिर गरमा गई हैं। तृणमूल कांग्रेस ने जहां इस पर कड़ी आपत्ति जताते हुए लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया है, वहीं भाजपा अध्यक्ष के बयान से यह साफ हो गया है कि बंगाल चुनाव में पार्टी सीएए को मुद्दा बनाएगी। ऐसे में सीएए के लागू होने को लेकर बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और विपक्षी भाजपा के बीच टकराव निश्चित है।सीएए पहले भी राज्य में तृणमूल और भाजपा के बीच तकरार का मुद्दा बन चुका है।तृणमूल ने न सिर्फ संसद बल्कि सड़कों पर भी इस कानून को लेकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया था।वहीं, भाजपा इस कानून को लागू करने पर जोर लगाती रही है।

बंगाल में सीएए के खिलाफ प्रस्ताव तक पारित हुआ था

दरअसल, देश के कई हिस्सों में इस कानून के खिलाफ व्यापक विरोध प्रदर्शन हुआ था। बंगाल में भी बड़े पैमाने पर हिंसा हुई थी। बंगाल देश के उन चुनिंदा राज्यों में था जहां सीएए के खिलाफ विधानसभा में प्रस्ताव तक पारित हुआ था।मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस कानून के खिलाफ हमेशा से मुखर रही हैं।

सीएए को लेकर क्या कहा है नड्डा ने

भाजपा अध्यक्ष नड्डा ने कहा, ‘आपको सीएए मिलेगा और मिलना तय है। अभी नियम बन रहे हैं। कोरोना के कारण थोड़ी रूकावट आई है। जैसे-जैसे कोरोना हट रहा है, नियम बन रहे हैं। ये मिलना तय है।’ बता दें कि इस कानून के तहत पड़ोसी देश बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के गैर-मुस्लिम समुदाय के लोगों को नागरिक दी जाएगी।नड्डा ने चुनावी राज्य बंगाल में सीएए लागू करने की बात कहकर स्पष्ट कर दिया है कि भाजपा अभी भी विवादित कानून को लेकर अपने पुराने वादे पर कायम है। गृह मंत्री अमित शाह की बंगाल में राष्ट्रपति शासन की आशंका की टिप्पणी के साथ भाजपा अध्यक्ष की इस घोषणा से साफ है कि पार्टी बंगाल चुनाव में सीएए को मुद्दा बनाने वाली है। 

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