दिलीप घोष बोले- उत्तर प्रदेश में टीएमसी का कोई जनाधार नहीं, चुनाव नहीं लड़ने के फैसले पर साधा निशाना

बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) द्वारा उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अपना उम्मीदवार नहीं उतारने और पार्टी सुप्रीमो व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के वहां जाकर समाजवादी पार्टी के लिए प्रचार करने की घोषणा के बाद राज्य में मुख्य विपक्षी भाजपा ने उन्हें आड़े हाथों लिया है।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Wed, 19 Jan 2022 07:44 PM (IST) Updated:Wed, 19 Jan 2022 07:44 PM (IST)
दिलीप घोष बोले- उत्तर प्रदेश में टीएमसी का कोई जनाधार नहीं, चुनाव नहीं लड़ने के फैसले पर साधा निशाना
दिलीप घोष बोले- उत्तर प्रदेश में टीएमसी का कोई जनाधार नहीं

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) द्वारा उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अपना उम्मीदवार नहीं उतारने और पार्टी सुप्रीमो व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के वहां जाकर समाजवादी पार्टी के लिए प्रचार करने की घोषणा के बाद राज्य में मुख्य विपक्षी भाजपा ने उन्हें आड़े हाथों लिया है। इस बारे में पूछे जाने पर भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व सांसद दिलीप घोष ने बुधवार को तंज कसते हुए कहा कि टीएमसी का उत्तर प्रदेश में कोई जनाधार ही नहीं है। घोष ने तृणमूल कांग्रेस का नाम लिए बिना कहा कि जिस पार्टी का बंगाल के बाहर कोई अस्तित्व ही नहीं है उसके चुनाव नहीं लड़ने और समाजवादी पार्टी के पक्ष में प्रचार करने से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है।

गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी के उपाध्यक्ष किरणमय नंदा ने सोमवार को इस मुद्दे पर कोलकाता में ममता बनर्जी के आवास पर उनके साथ एक घंटे तक बैठक की थीं। इसके बाद नंदा ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा था कि तृणमूल कांग्रेस यूपी में चुनाव नहीं लड़ेगी और भाजपा के खिलाफ लड़ाई में समाजवादी पार्टी का समर्थन करेगी। उन्होंने यह भी कहा था कि ममता बनर्जी लखनऊ और वाराणसी में अगले महीने आठ फरवरी को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ चुनाव प्रचार करेंगी। वहीं, ममता के लखनऊ और वाराणसी में सपा के लिए प्रचार करने के सवाल पर घोष ने कहा कि इसमें कोई नई बात नहीं है। पहले भी इस तरह का प्रचार हो चुका है।

उन्होंने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव के समय अखिलेश यादव भी बंगाल आए थे लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ। इसके उलट तृणमूल कांग्रेस की सीटें कम हो गईं। भाजपा नेता ने कहा कि ऐसे कई नाटक चुनाव से पहले देखने को मिलते हैं। आम मतदाताओं को भ्रमित करने की कोशिश की जा रही है। घोष ने आगे सवाल किया कि क्या पहले लखनऊ या पटना जाने से किसी को कोई फायदा हुआ है? जिस पार्टी के पास कुछ नहीं है, वह बाकियों की क्या मदद करेगी। उत्तर प्रदेश में टीएमसी का क्या प्रभाव है।

उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव को पता है कि वे अकेले चुनाव में नहीं टिक सकते, इसलिए वह समर्थन जुटाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यूपी के लोगों ने योगी आदित्यनाथ को देखा है और वे उन्हें ही चुनेंगे।घोष ने आगे ममता बनर्जी पर हमला जारी रखते हुए कहा कि आप गोवा या त्रिपुरा में जाएं और पता करें, तो आप समझ जाएंगे कि तृणमूल का वहां कितना प्रभाव है।

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