बंगाल में भाजपा की अल्पसंख्यकों को साधने की कवायद, निकालेगी 'सौहार्द यात्रा'

2024 के लोकसभा चुनाव में 42 में से 18 सीटों पर जीत का लक्ष्य बरकरार रखना भाजपा के लिए बड़ी चुनौती है। इसे पूरा करने के लिए अब यहां अल्पसंख्यक मतदाताओं को साधने की तैयारी में प्रदेश भाजपा जुट गई है।

By Jagran NewsEdited By: Publish:Tue, 24 Jan 2023 07:32 PM (IST) Updated:Tue, 24 Jan 2023 07:32 PM (IST)
बंगाल में भाजपा की अल्पसंख्यकों को साधने की कवायद, निकालेगी 'सौहार्द यात्रा'
बंगाल में मुस्लिम आबादी को आकर्षित करने के लिए भाजपा सौहार्द यात्रा का आयोजन किया जाएगा।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल की मुस्लिम आबादी को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए भाजपा की ओर से विशेष अभियान चलाया जाएगा। भाजपा के अल्पसंख्यक सेल की ओर से फरवरी में 'सौहार्द यात्रा' का आयोजन किया जाएगा, जिसमें पार्टी के केंद्रीय स्तर के नेता शामिल होंगे। इस यात्रा के जरिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा मुस्लिम समुदाय के लिए किए गए कार्यों के बारे में जागरूकता फैलाई जाएगी। सौहार्द यात्रा का आयोजन बंगाल के 13 लोकसभा केंद्रों में होगा, जहां मुस्लिमों की बड़ी आबादी वास करती है।

दरअसल 2024 के लोकसभा चुनाव में 42 में से 18 सीटों पर जीत का लक्ष्य बरकरार रखना भाजपा के लिए बड़ी चुनौती है। इसे पूरा करने के लिए अब यहां अल्पसंख्यक मतदाताओं को साधने की तैयारी में प्रदेश भाजपा जुट गई है। हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी ने पार्टी की कोर कमेटी की बैठक में अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ बयानबाजी बंद करने और जनसंपर्क बढ़ाने के निर्देश दिए थे।

बंगाल में 30 प्रतिशत मुस्लिम आबादी 

इसके बाद अब बंगाल में पार्टी की ओर से सद्भावना यात्रा का आयोजन किया जाएगा जिसमें पार्टी के केंद्रीय नेता भी शामिल होंगे। बंगाल देश का इकलौता ऐसा राज्य है जहां 30 प्रतिशत मुस्लिम आबादी है जो राज्य में सत्ता का रुख तय करती है। बंगाल के 13 लोकसभा क्षेत्रों जहां अल्पसंख्यक मतदाताओं की संख्या सर्वाधिक है वहां पार्टी की ओर से सौहार्द यात्रा का आयोजन किया जाएगा। भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के नेता जमाल सिद्दीकी ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया है कि न केवल बंगाल बल्कि पूरे देश के 60 लोकसभा केंद्रों में "स्नेह मिलन यात्रा" की जाएगी। बंगाल में इसे सौहार्द यात्रा का नाम दिया गया है।

विभिन्न समुदायों के लोगों से मिलेंगे भाजपा नेता 

इसके तहत न केवल मुस्लिम समुदाय बल्कि इसाई और अन्य समुदायों के भी शिक्षित, प्रतिष्ठित लोगों जैसे वकील, डाक्टर, इंजीनियर, शिक्षक समेत समाज के तमाम मान्य लोगों से मुलाकात की जाएगी। उन्होंने बताया कि उनके साथ ही किसान, मजदूर समेत असंगठित क्षेत्र के उन लोगों से भी पार्टी के नेता संपर्क साधेंगे जो आज तक वंचित रहे हैं।

तृणमूल ने किया पलटवार

हालांकि इस पर तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य सुखेंदु सेखर राय ने पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा की नीति हिंदी हिंदू हिंदुस्तान है और इसकी वजह से देशभर का अल्पसंख्यक समुदाय डरा हुआ है। अब सौहार्द यात्रा के नाम पर उन्हें बरगलाने की कोशिश हो रही है लेकिन यह समुदाय उनके जाल में नहीं फंसेगा।

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