Birbhum Massacre: 10 लोगों को जिंदा जलाने के मुख्य आरोपित अनारूल का दावा, घटना के पीछे प्रभावशालियों का हाथ
बंगाल के बीरभूम जिले के बोगटूई में 10 लोगों को जिंदा जलाने की घटना के मुख्य आरोपित व टीएमसी नेता अनारूल हुसैन ने दावा किया है कि उसके खिलाफ एक साजिश रची जा रही है और इस घटना के पीछे प्रभावशाली लोग थे।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल के बीरभूम जिले के बोगटूई में 10 लोगों को जिंदा जलाने की घटना के मुख्य आरोपित व टीएमसी नेता अनारूल हुसैन ने दावा किया है कि उसके खिलाफ एक साजिश रची जा रही है और इस घटना के पीछे प्रभावशाली लोग थे। बता दें कि 21 मार्च को जिले के बोगटूई गांव में बड़शाल ग्राम पंचायत के तृणमूल उपप्रमुख भादू शेख की हत्या के बाद एक के बाद एक घरों में आग लगा दी गई थी। इस आगजनी में 10 लोगों की मौत हो गई थी। उसके बाद हाई कोर्ट के निर्देश पर सीबीआइ को घटना की जांच की जिम्मेदारी दी गई थी।
गुरुवार को जिले के रामपुरहाट जेल से सिउड़ी जेल ले जाने के दौरान अनारूल ने इस नरसंहार में समय आने पर सभी का नाम उजागर करने की धमकी दी। उसने आरोप लगाया कि उसे फंसाया गया है। बता दें कि इस घटना की जांच कर रही सीबीआइ ने अपने आरोपपत्र में अनारूल हुसैन को नरसंहार का मास्टर माइंड बताया है। उसके खिलाफ हिंसा के लिए उकसाने का साक्ष्य होने का दावा किया है। अनारूल के खिलाफ धारा 109 के तहत आरोप लगाया गया है। जिसका अर्थ है, सहायता करना और अपराध को बढ़ावा देना। इस दिन पुलिस वैन में बैठने से पहले उसने कहा कि उसका घर घटनास्थल से पांच किलोमीटर दूर है।
माना जा रहा है कि सीबीआइ द्वारा आरोपपत्र दायर करने के बाद अनारूल की यह टिप्पणी काफी महत्वपूर्ण है। सीबीआइ ने मामले में जांच का जिम्मा संभालने के करीब तीन महीने बाद गत पिछले दिनों सीलबंद लिफाफे में चार्जशीट दाखिल की थी। केंद्रीय एजेंसी ने अपनी चार्जशीट में बताया है कि वारदात वाली रात जब तृणमूल नेता भादू शेख की हत्या कर दी गई थी तब उसके कई समर्थकों ने सडक़ के उस पार मौजूद गांव में तोडफ़ोड़ और आगजनी शुरू कर दी थी। उन्हें ऐसा करने के लिए अनारूल हुसैन ने ही कहा था और उसने पुलिस को भी फोन कर कहा था कि गांव जल रहा है, जलने दो लेकिन आना नहीं।