'राजभवन में एक राजा बैठता है' ममता के बयान पर राज्यपाल ने जताई कड़ी आपत्ति, बताया अपमानजनक

धनखड़ का बड़ा आरोप- गोवा में पार्टी के लिए प्रचार करते हुए मुख्यमंत्री ने राज्यपाल को ‘राजभवन का राजा’ बताकर उनका मजाक उड़ाया है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी द्वारा राज्यपाल के खिलाफ की गई टिप्पणी बहुत ही भद्दी और अपमानजनक है।

By Priti JhaEdited By: Publish:Wed, 29 Dec 2021 03:37 PM (IST) Updated:Wed, 29 Dec 2021 03:37 PM (IST)
'राजभवन में एक राजा बैठता है' ममता के बयान पर राज्यपाल ने जताई कड़ी आपत्ति, बताया अपमानजनक
बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच टकराव समाप्त होने का नाम नहीं ले रहा है।अब ताजा विवाद हाल में गोवा दौरे के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा राज्यपाल के खिलाफ की गई कथित टिप्पणी को लेकर बढ़ गया है, जिसमें उन्होंने धनखड़ पर कटाक्ष करते हुए कहा था कि राजभवन में एक राजा बैठता है। ममता के इस बयान पर राज्यपाल ने बुधवार को कड़ी आपत्ति जताते हुए इसे अपमानजनक बताया है।

धनखड़ ने बुधवार को ट्वीट किया कि गोवा में पार्टी के लिए प्रचार करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्यपाल को ‘राजभवन का राजा’ बताकर उनका मजाक उड़ाया है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि तृणमूल सुप्रीमो की भाषा से उनका अपमान हुआ है। राज्यपाल ने एक के बाद एक तीन ट्वीट किया और ममता का उनके खिलाफ की गई टिप्पणी का वीडियो भी साझा किया। राज्यपाल ने ट्वीट किया, आश्चर्यचकित! 16 दिसंबर को गोवा की अपनी यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने किस तरह के मुहावरे का इस्तेमाल किया? क्या मुहावरा है ‘राजभवन में एक राजा बैठता है’, मुख्यमंत्री नहीं जानती, राज्यपाल का पद एक संवैधानिक पद है और यह जिम्मेदारी एक संवैधानिक जिम्मेदारी है!

एक अन्य ट्वीट में धनखड़ ने लिखा, ममता बनर्जी द्वारा राज्यपाल के खिलाफ की गई टिप्पणी बहुत ही भद्दी और अपमानजनक है। इस तरह की टिप्पणी करके उन्होंने न केवल अपमान किया है बल्कि संवैधानिक स्थिति को भी कमजोर किया है। इस तरह की टिप्पणियां असंवैधानिक हैं। एक अन्य ट्वीट में भी राज्यपाल ने इस बयान की कड़ी निंदा की। बताते चलें कि राज्यपाल और ममता बनर्जी के बीच विभिन्न मुद्दों पर लगातार टकराव जारी है।

हावड़ा निगम चुनाव को लेकर भी तकरार जारी

कुछ दिनों पहले हावड़ा में निगम चुनाव को लेकर भी राज्यपाल और राज्य सरकार में विवाद हो गया था। इसके चलते हावड़ा चुनाव पर फिलहाल तलवार लटक गई है। इतना ही नहीं धनखड़ का राज्य की शिक्षा व्यवस्था और सभी विश्वविद्यालयों के प्राचार्यों की नियुक्ति को लेकर शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु से भी विवाद हो गया था। मुख्यमंत्री ने खुद शिकायत की थी कि लंबे समय तक फाइल रखने से काम नहीं हुआ। उन्होंने यह भी कहा था, वह राज्यपाल का काम करेंगे, मैं अपना काम करूंगी। तृणमूल कांग्रेस ने बार-बार राज्यपाल पर किसी भी तरह से राज्य के लिए काम नहीं करने का आरोप लगाया है। 

chat bot
आपका साथी