दो दिनों के बंगाल दौरे पर पहुंचे अमित शाह, गाजे-बाजे के साथ हुआ जोरदार स्वागत
अमित शाह हवाई अड्डे से सीधे वेस्टिन होटल रवाना हो गए जहां वे रात्रि विश्राम करेंगे। बंगाल आने से पहले शाह ने खुद बांग्ला भाषा में ट्वीट कर इसकी जानकारी दी थी। पहले उनके गुरुवार सुबह कोलकाता पहुंचने का कार्यक्रम था लेकिन बुधवार रात में ही वे पहुंच गए।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बंगाल के दो दिवसीय दौरे पर बुधवार रात कोलकाता पहुंच गए। दमदम हवाई अड्डे पर रात करीब 9.15 पहुंचने पर उनका गाजे-बाजे के साथ जोरदार स्वागत किया गया। पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल राय, राष्ट्रीय महासचिव बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय, प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष व अन्य वरिष्ठ नेताओं ने शाह की अगवानी की। इस दौरान शाह के स्वागत के लिए एयरपोर्ट के बाहर कार्यकर्ताओं का भारी हुजूम उमड़ पड़ा था।
शाह हवाई अड्डे से सीधे वेस्टिन होटल रवाना हो गए, जहां वे रात्रि विश्राम करेंगे। बंगाल आने से पहले शाह ने खुद बांग्ला भाषा में ट्वीट कर इसकी जानकारी दी थी। पहले उनके गुरुवार सुबह कोलकाता पहुंचने का कार्यक्रम था, लेकिन बुधवार रात में ही वे पहुंच गए। शाह गुरुवार को हेलीकॉप्टर से बांकुड़ा जाएंगे और वहां कई जिलों के पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं के साथ बंद दरवाजे के पीछे सांगठनिक बैठक करेंगे।
बांकुड़ा में वह एक आदिवासी के घर में दोपहर का भोजन भी करेंगे। शाह बांकु़ड़ा पहुंचकर सबसे पहले बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगे। फिर रवींद्र भवन में संगठनात्मक बैठक करेंगे। इसके बाद वे कोलकाता लौटेंगे। शुक्रवार सुबह वे पहले दक्षिणेश्वर काली मंदिर जाकर पूजा-अर्चना करेंगे। इसके बाद पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे। कुछ विशिष्टजनों से भी मुलाकात करेंगे।
इसके बाद उस दिन दोपहर को मतुआ संप्रदाय, जो महादलित वर्ग में आता हैं , उसके एक प्रतिनिधि के घर पर दोपहर का भोजन करेंगे। साल्टलेक पूर्वी आंचलिक सांस्कृतिक केंद्र (ईजेडसीसी) में उनकी पार्टी नेतृत्व के साथ बैठक होगी। ऊसके बाद वे गौरांगनगर जाएंगे और मतुआ संप्रदाय के एक व्यक्ति के घर पर भोजन करेंगे। वहां से मशहूर शास्त्रीय संगीतकार पंडित अजय चक्रवर्ती के घर जाएंगे। इसके बाद फिर ईजेडसीसी लौटकर बैठक करेंगे। शाह बंगाल दौरे के दौरान अनुसूचित जाति, जनजाति व अन्य पिछड़ी जातियों के लिए एक विशेष कार्यक्रम का भी उद्घाटन करेंगे। गौरतलब है कि सूबे में 23 फीसदी आबादी अनुसूचित जाति व 6 फीसद अनुसूचित जनजाति से है।