कोलकाता के अस्पताल ने अंगदान मामले में पेश की मिसाल: ब्रेन डेड' युवक के हृदय पिंड, लीवर और त्वचा को किया गया दान

सिटी ऑफ ज्वाय ने अंगदान के मामले में फिर पेश की नजीर ग्रीन कारीडोर तैयार करके एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल ले जाए गए अंग कौस्तव दक्षिण कोलकाता के कसबा इलाके के रहने वाले थे। उनके दिमाग की अंदरूनी नसें अचानक फट गई थीं।

By Preeti jhaEdited By: Publish:Wed, 11 Nov 2020 12:27 PM (IST) Updated:Wed, 11 Nov 2020 12:27 PM (IST)
कोलकाता के अस्पताल ने अंगदान मामले में पेश की मिसाल: ब्रेन डेड' युवक के हृदय पिंड, लीवर और त्वचा को किया गया दान
कोलकाता के एक अस्पताल ने अंगदान के मामले में पेश की मिसाल

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। 'सिटी ऑफ ज्वाय' ने अंगदान के मामले में फिर नजीर पेश की है। 'ब्रेन डेड' घोषित किए गए 28 साल के एक युवक के हृदय पिंड, लीवर और त्वचा को उसके परिजनों ने दान कर दिया। जरूरतमंद मरीजों को चिन्हित कर जल्द उनमें इन अंगों को प्रत्यारोपित किया जाएगा। मृतक का नाम कौस्तव राय है।

कौस्तव दक्षिण कोलकाता के कसबा इलाके के रहने वाले थे। उनके दिमाग की अंदरूनी नसें अचानक फट गई थीं। उन्हें स्थानीय रुबी जनरल अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने परीक्षण करने के बाद उन्हें 'ब्रेन डेड' घोषित कर दिया। उन्होंने मृतक के परिजनों को अंगदान करने का परामर्श दिया, जिसे परिजनों ने स्वीकार कर लिया। इसके बाद रुबी जनरल अस्पताल प्रबंधन की ओर से सरकारी एसएसकेएम अस्पताल से संपर्क किया गया। सर्जरी करके मृतक के हृदय पिंड, लीवर और त्वचा को निकाला गया और कोलकाता पुलिस की मदद से ग्रीन कारीडोर तैयार करके उन्हें एसएसकेएम अस्पताल ले जाया गया।

फिलहाल अस्पताल में अंगों को संरक्षित करके रखा गया है। जल्दी जरूरतमंद मरीजों को चिन्हित कर उनमें इन्हें प्रत्यारोपित किया जाएगा। मृतक के परिजनों ने बताया कि वे चाहते हैं कि कौस्तव दूसरों के शरीर के जरिए जिंदा रहे इसलिए उन्होंने यह निर्णय लिया है। दूसरे लोग भी ऐसे मामलों में इसी तरह का कदम उठाएं। 

सुप्रीम कोर्ट ने बंगाल में पटाखों पर प्रतिबंध लगाने के कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश को रखा बरकरार

West Bengal: कोविड-19 का टेस्ट कराने आने वाले 15 फीसद लोगों ने दिया गलत फोन नंबर व पता

chat bot
आपका साथी