दो शिक्षकों के भरोसे बांदापानी टीजी जूनियर हाई स्कूल

डुवार्स के बंद बांदापानी चाय बागान के बांदापानी टीजी ¨हदी जूनियर हाई स्कूल में मात्र 100 विद्यार्थी पढ़ते हैं और इन्हें पढ़ाने के लिए मात्र दो शिक्षक उपलब्ध हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Feb 2019 09:01 PM (IST) Updated:Fri, 22 Feb 2019 09:01 PM (IST)
दो शिक्षकों के भरोसे बांदापानी टीजी जूनियर हाई स्कूल
दो शिक्षकों के भरोसे बांदापानी टीजी जूनियर हाई स्कूल

संवाद सूत्र, वीरपाड़ा : डुवार्स के बंद बांदापानी चाय बागान के बांदापानी टीजी ¨हदी जूनियर हाई स्कूल में 5वीं, छठीं व 7वीं कक्षा मिलाकर मात्र 100 विद्यार्थी हैं। सौ छात्रों को पढ़ाने के लिए स्कूल में मात्र दो शिक्षक हैं। इनमें एक स्थायी महिला शिक्षक हैं तो दूसरा पारा टीचर। इसी तरह भगवान भरोसे बांदापानी टीजी ¨हदी जूनियर हाई स्कूल का पठन-पाठन चल रहा है। इससे स्कूल के छात्र-छात्राओं को बेहतर शिक्षा नहीं मिल रही है।

गौर हो कि बांदापानी टीजी ¨हदी जूनियर हाई स्कूल में सिर्फ बांदापानी चाय बागान ही नहीं बल्कि निप्पानिया, कालापानी समेत आसपास के बागान के बच्चे पढ़ने आते हैं। सात वर्षो से स्कूल की एक मात्र स्थायी शिक्षिका सरोजा सिंह स्कूल संभाल रही हैं। उन्हें अकेले ही सभी कार्य करने पड़ते हैं। जनवरी महीने में एक पारा टीचर स्कूल में नियुक्त हुए हैं। इससे सरोजा सिंह को थोड़ी राहत जरूर मिली है। दूसरी ओर, पर्याप्त शिक्षक नहीं रहने के कारण 8वीं कक्षा में कोई छात्र - छात्रा नहीं है। सातवीं पास के बाद छात्र-छात्राओं को आठवीं में पढ़ने के लिए करीब 14 किलोमीटर दूर वीरपाड़ा श्री महावीर ¨हदी स्कूल, डिमडिमा फतिमा हाई स्कूल नहीं तो डिमडिमा मारिया गोरेखी हाई स्कूल में जाना पड़ता है। बांदापानी ग्राम पंचायत के पूर्व उप प्रधान रमेश उरांव ने कहा कि बांदापानी दुर्गम क्षेत्र है। यहां के विद्यार्थियों को तीन नदी पार कर वीरपाड़ा स्कूल में पढ़ने जाना पड़ता है। बच्चों में जंगली हाथी के सामने पड़ने का खतरा बना रहता है। वर्षा में भी स्कूल आने-जाने में दिक्कत होती है। जान जोखिम में डाल कर नदी पार कर बरसात के दिनों में बच्चों को स्कूल आना-जाना पड़ता है। ऐसे में दुर्गम इलाके में स्कूल स्थापना का फायदा नहीं हो रहा है। बच्चों के अभिभावकों में फुलमनि उरांव, विकास करकेट्टा ने स्कूल और शिक्षकों की बहाली की मांग की हैं। स्कूल टीचर इंचार्ज सरोजा सिंह ने कहा कि स्कूल की समस्या के बारे में उन्होंने जिला शिक्षा विभाग को अवगत कराया है। अभी तक समस्या समाधान की दिशा में अभी तक कोई पहल नहीं की गई।

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