Durgapur: शहर की बेनाचिति तालतोला बस्‍ती में लगी आग, आंगनबाड़ीकर्मियों की सतर्कता से बचे दो दर्जन बच्चे

Durgapur News शहर के बेनाचिति तालतोला बस्‍ती में अगलगी से लोगों का घर जल कर राख हो गए। हालांकि कोई आग की चपेट में नहीं आया लेकिन अगर थोड़ी देर हुई होती तो बड़ा हादसा हो सकता था।

By Hridayanand GiriEdited By: Publish:Sat, 11 Feb 2023 06:14 PM (IST) Updated:Sat, 11 Feb 2023 06:14 PM (IST)
Durgapur: शहर की बेनाचिति तालतोला बस्‍ती में लगी आग, आंगनबाड़ीकर्मियों की सतर्कता से बचे दो दर्जन बच्चे
दुकान कुछ ही मिनट में खाक हो गई।

जागरण संवाददाता, दुर्गापुर: शहर के बेनाचिति तालतोला बस्‍ती में अगलगी से लोगों का घर जल कर राख हो गए। हालांकि, कोई आग की चपेट में नहीं आया, लेकिन अगर थोड़ी देर हुई होती तो बड़ा हादसा हो सकता था। आंगनबाड़ी केंद्र में आग पहुंचने के पहले ही वहां के कर्मियों की सतर्कता से बच्चों को वहां से हटा दिया गया। आग से आंगनबाड़ी केंद्र में तैयार भोजन खराब हो गया।

बस्ती में स्थित आंगनबाड़ी केंद्र में करीब दो दर्जन बच्चे नियमित जाते हैं। अन्य दिनों की तरह शुक्रवार की सुबह भी वहां बच्चे पहुंचे थे। सुबह में पढ़ाई हुई, उसके बाद खाना तैयार कर बच्चों को खिलाने की तैयारी चल रही थी। उसी बीच कर्मियों को शोरगुल सुनाई दिया। आंगनबाड़ी कर्मी नमिता दत्ता बाहर निकली, तब आग की लपटों को देखकर वह डर गई। बाहर लोग दौड़ भाग कर रहे थे।

आस-पास के युवकों ने बुझाई आग 

उन्होंने तुरंत अपने एक अन्य सह कर्मी मिठू बनर्जी के साथ मिलकर बच्चों का बैग लेकर बाहर आ गई। वहां तैयार खाना रह गया। उसके पांच मिनट बाद ही आग ने आंगनबाड़ी केंद्र को भी चपेट में ले लिया, जिसमें सब जल गया। नमिता ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्र में शेड नहीं है। आस-पास के युवकों ने पानी डालकर आग को बुझाया। किसी तरह हमलोगों का केंद्र बच गया। हमलोग प्रशासन से मांग करते है कि आंगनबाड़ी केंद्र की उचित व्यवस्था हो।

दुकान की सब सामग्री राख, सर्फ ही बचा

बेनाचिति के तालतोला बस्ती में राजकुमार साव की किराना दुकान है। राजकुमार एवं उनकी पत्नी निर्मला देवी दुकान का संचालन करते है। उनके बच्चे अभी पढ़ाई करते है। पांच दिनों से राजकुमार अस्वस्थ थे। इस कारण दुकान नहीं खुल पायी। शुक्रवार की सुबह वे लोग घर में थे, जिससे बस्ती में आग लगने की जानकारी मिली।

वे लोग जल्दी से अपने दुकान पहुंचे, ताकि कुछ सामान हटा सके। लेकिन तब तक उनकी दुकान तक आग की लपटें दुकान तक पहुंच चुकी थी। दुकान कुछ ही मिनट में खाक हो गई। राजकुमार ने बताया कि इस दुकान से ही छह लोगों का परिवार निर्भर है, जो पलभर में खत्म हो गई। अब कैसे परिवार चलेगा। इसकी चिंता सता रही है। उनलोगों के दुकान में केवल थोड़ा सर्फ बोरे में बचा था, उसे भी निकाल रहे थे, ताकि उसका उपयोग घर में किया जा सके।

यह भी पढ़ें- Dhanbad: ACB की कार्रवाई से सरकारी विभागों में मचा हड़कंप, बचने की कोशिश में जुटे अधिकारी; घूस से कर रहे तौबा

chat bot
आपका साथी