बेटी जन्मी तो ढाया जुल्म, मांगा खाना तो डाला तेजाब
करीब एक वर्ष पूर्व वह काम छोड़कर गांव लौट आया था। पत्नी द्वारा बेटी का जन्म देने के बाद से ही अत्याचार शुरू हो गया था।
दुर्गापुर, [जागरण संवाददाता]। एक ओर जहां केंद्र की मोदी सरकार द्वारा बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के नारे को बुलंद किया जा रहा है, वहीं तुच्छ सोच रखने वाले ससुराल वालों ने बेटी को जन्म देने के बाद विवाहिता पर जुल्म का पहाड़ ढहा दिया। खाना मांगने पर निर्मम पिटाई के साथ गर्म लोहे से शरीर को दाग दिया गया।
मासूम बेटी को भी पिता के अत्याचार से रिहाई नहीं मिली। हद तो तब हो गई जब पति ने पत्नी पर तेजाब डालकर जला दिया। मायके से मोटी रकम नहीं लाने पर जान से मारने की धमकी तक दे दी गई। कटवा थाने में पति समेत 6 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया गया है। घटना के बाद से आरोपी फरार हैं। घायल महिला को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। सूत्रों के अनुसार पूर्व बर्द्धमान जिले के कटवा थाना अंतर्गत पालसोना इलाका निवासी नूर अली शेख के बेटे हीरा शेख के साथ गांव की ही मुमताज (काल्पनिक नाम) के साथ करीब सात वर्ष पूर्व निकाह हुआ था।
हीरा दिल्ली में एक कपड़े की फैक्ट्री में काम करता था। करीब एक वर्ष पूर्व वह काम छोड़कर गांव लौट आया था। पत्नी द्वारा बेटी का जन्म देने के बाद से ही अत्याचार शुरू हो गया था। आरोप है कि बेटी होने से खफा हीरा आए दिन पत्नी और मासूम बेटी पर जुल्म ढाहने लगा था। गत शुक्रवार मुमताज ने अपने और अपनी बेटी के लिए पति हीरा से खाना मांगा था। इस पर हीरा ने पत्नी के ऊपर तेजाब फेंक दिया था। तड़प रही मुमताज को ससुराल को कोई भी सदस्य नहीं बचाने आया। इसके बाद पत्नी को गर्म लोहे से दागा गया। बेटी पर भी जुल्म ढहाया गया। गंभीर रूप से जख्मी मां-बेटी को मायके भगा दिया गया। साथ ही दहेज में मोटी रकम नहीं लेकर लौटने पर जान से मारने की भी धमकी दी गई।
मायके वालों ने मुमताज को अस्पताल में भर्ती करवाया था। अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद पीडि़ता ने कटवा थाने में पति हीरा शेख, ससुर नूर अली शेख, सास अफरोजा बीवी समेत छह लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया गया। कटवा थाने के ओसी संजीव घोष ने बताया कि पीडि़ता की ओर मिली शिकायत के आधार पर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश डाली जा रही है।