महिलाओं ने फूंका प्रधामंत्री का पुतला

जागरण संवाददाता सिलीगुड़ी नए कृषि विधेयकों को रद करने की मांग को लेकर माकपा समर्थित

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Jan 2021 09:46 PM (IST) Updated:Mon, 18 Jan 2021 09:46 PM (IST)
महिलाओं ने फूंका प्रधामंत्री का पुतला
महिलाओं ने फूंका प्रधामंत्री का पुतला

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : नए कृषि विधेयकों को रद करने की मांग को लेकर माकपा समर्थित सारा भारत गणतांत्रिक महिला समिति की ओर से सोमवार को यहां शक्तिगढ़ इलाके में प्रतिवाद रैली निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया गया। इसके साथ ही महिलाओं का वस्त्र पहनाए हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला भी जलाया गया। इस दौरान नारेबाजी करते हुए महिलाओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व केंद्र की भाजपा सरकार को जम कर कोसा। कहा कि हम लोग नए कृषि विधेयक नहीं मानते हैं, नहीं मानेंगे। नए कृषि विधेयकों को वापस लेना होगा, लेना होगा। इस मांग पर अमल नहीं होने पर महिला समिति ने जोरदार आंदोलन की चेतावनी दी है।

इस अवसर पर महिला नेता बीणा नंदी ने कहा कि मोदी सरकार जो नए कृषि विधेयक लाई है वह पूरी तरह आम कृषकों के हित के विरोधी व पूंजीपतियों के हितों के रक्षा करने वाले विधेयक हैं। इसमें ठेके पर खेती का जो प्रावधान है वह किसानों से उनकी जमीन ले लेगा और उसे पूजीपतियों के हवाले कर देगा जहां वे पूरी तरह अपनी मनमानी करेंगे। नए कृषि विधेयकों में सरकार ने किसानों के अनाजों के विक्रय के न्यूनतम समर्थन मूल्य की अनिवार्यता के प्रावधान को ही समाप्त कर दिया है। इस नए बदलाव का सीधा फायदा पूंजीपति उठाएंगे। वे अपनी मर्जी चलाएंगे और किसानों से उनकी फसल औने-पौने दामों में खरीदेंगे। वहीं, अनाज, दलहन व तिलहन आदि को अतिआवश्यक सामग्री की सूची से हटा दिया गया है। अत: अब अनाज, दलहन व तिलहन की जमाखोरी कानूनन अपराध नहीं होगी। इसका भी सीधा फायदा पूंजीपति उठाएंगे। वे मनमाने तरीके से जमाखोरी कर बाजारों में अनाज, दलहन व तिलहन का कृत्रिम संकट उत्पन्न कर देंगे। उसके बाद अपने जमा अनाज, दलहन व तिलहन को बाजार में मनमाने दामों में बेचेंगे और अनियंत्रित मुनाफे की चांदी कूटेंगे। इसीलिए हमारी मांग है कि ऐसे काले कानूनों को अविलंब समाप्त किया जाए। अन्यथा, और जोरदार आंदोलन होगा।

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